रांची। चारा घोटाले के सबसे बड़े आरसी 47ए/96 मामले में अब रांची स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में डे टू डे सुनवाई चल रही है। इस मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव समेत अन्य आरोपी है।
डे टू डे सुनवाई से मामले में जल्द फैसला आने की उम्मीद बढ़ गयी है और एक बार फिर लालू प्रसाद की मुश्किलें बढ़ने की संभावना जतायी जा रही हैं। रांची व्यवहार न्यायालय स्थित सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एसके शशि की अदालत में डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये से अवैध निकासी से जुड़े आरसी 47ए/96 मामले में बुधवार को दो डॉक्टर प्रभात कुमार सिंह और राजेंद्र बैठा की ओर से उनके अधिवक्ताओं ने दलील दी।
बहस के दौरान अधिवक्ताओं ने अपने मुवक्किल को इस मामले में निर्दोष बताया। उनकी ओर से बहस अब जारी है। बताया गया है कि इस मामले में अभी पशुपालन विभाग के डॉक्टर की ओर से बहस की जा रही है।
डॉक्टर की ओर से बहस पूरी होने के बाद राजनेताओं और अधिकारियों की ओर से अदालत में दलील रखी जाएगी।
गौरतलब है कि चारा घोटाले के सबसे बड़े डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से जुड़े मामले में लालू प्रसाद यादव, पूर्व सांसद जगदीश शर्मा, डॉ आरके राणा, पीएसी के तत्कालीन अध्यक्ष ध्रुव भगत, डॉ. केएम प्रसाद, डॉ. गौरी शंकर प्रसाद समेत 108 आरोपी मुकदमा का सामना कर रहे हैं।
प्रारंभ में इस मामले में सीबीआई ने 170 लोगों को आरोपी बनाया था, जिसमें से लालू समेत 147 के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया। सुनवाई के दौरान अब तक बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ जगन्नाथ मिश्र समेत 37 आरोपियों का निधन हो चुका है।