पटना । बिहार के सीएम नीतीश कुमार पीके ने फिर जवाब दिया है ।चुनावी रणनीतिकार प्रशांत ने कहा कि सत्य यही है कि बिहार आज भी देश का सबसे पिछड़ा और गरीब राज्य है।
किशोर ने ट्वीट कर कहा, नीतीश जी ने ठीक कहा, महत्व सत्य का है और सत्य यह है कि 30 साल के लालू-नीतीश राज के बाद भी बिहार आज देश का सबसे गरीब और पिछड़ा राज्य है।
बिहार को बदलने के लिए एक नई सोंच और प्रयास की जरूरत है और यह सिर्फ वहां के लोगों के सामूहिक प्रयास से ही संभव है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय परिसर में 889.26 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले विश्वविद्यालय के नये भवनों का शिलान्यास एवं आधारशिला रखने के बाद उनके पिछले 15 वर्ष के कार्यकाल में प्रदेश का विकास नहीं होने के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि कौन क्या बोलता है उसका कोई महत्व नहीं है, महत्व सत्य का है।
उन्होंने कहा, यह तो आप ही लोगों को पता है कि विकास किया गया है या नहीं। कौन क्या बोलता है उसका कोई महत्व नहीं है। महत्व है सत्य का। आप सब जानते हैं कि क्या-क्या हुआ है, कितना काम किया गया है।
इन सब चीजों को लेकर हम आपसे आग्रह करेंगे कि इसे खुद ही देखिये। हमलोग किसी की बात का महत्व नहीं देते हैं कि कौन क्या बोलता है। उल्लेखनीय है कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने जन सुराज के जरिये नई राजनीतिक पार्टी बनाने का संकेत देने के बाद गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि बिहार में पिछले तीस वर्ष में दो बड़े नेताओं लालू-नीतीश की सरकार के शासन के दौरान बिहार विकास के सभी पैमाने पर पीछे रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है, रोजगार का सृजन नहीं हो सका और यहां के लोग दूसरे राज्यों में पलायन कर विषम परिस्थितियों में काम करने को मजबूर हैं।