यूक्रेन में रूस के आक्रमण से कच्चे तेल और सोने की कीमतो में उछाल

प्रधानमंत्री कार्यालय ने उत्पन्न ताजा संकट पर जानकारी दी

नयी दिल्ली। यूक्रेन में रूस के आक्रमण के बाद गुरुवार को वैश्विक बाजार में कच्चे तेल और सोने की कीमतें तेज उछाल दर्ज किया गया और वायदा कारोबार में तेल का भाव करीब आठ साल बाद फिर 100 डालर प्रति बैरल पर चला गया है।

अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार में आज ब्रेंट कच्चा तेल लगभग सात प्रतिशत बढ़कर 103.75 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया। इस बीच यहां सूत्रों ने बताया कि भारत के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने प्रधानमंत्री कार्यालय को कच्चे तेल के वैश्विक बाजार में उत्पन्न ताजा संकट की जानकारी दी है।

रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमीर पुतिन द्वारा पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादी आंदोलन से प्रभावित दो राज्यों को स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता देने के दो दिन बाद। रुसी सेनाओं ने यूक्रेन के खिलाफ आक्रमण शुरू कर दिया है यूक्रेन के कम से कम 40 सैनिकों के मारे जाने की चर्चा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने रूस के साथ राजनीतिक संबंध तोड़ने की घोषणा की है।

अमेरिका और उसके मित्र देशों ने रूस के बैंकों और पेट्रोलियम परियोजनाओं पर आर्थिक पाबंदी लागा दी है। बाजार को आशंका है कि प्रतिबंधों के चलते रूस के कच्चे तेल का निर्यात प्रभावित होगा और पहले से ही आपूर्ति में कमी का सामना कर रहे कच्चा तेल बाजार में आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हो सकती है।

रूस यूरोपीय बाजार में तेल और गैस का बड़ा निर्यातक है। कोविड-19 का प्रकोप कम होने के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में गतिविधियां खुलने के से तेल की मांग में तेज वृद्धि हो रही थी। इस कारण गत नवंबर से वैश्विक तेल बाजार में कीमतें 30 प्रतिशत से अधिक बढ़ गई हैं।

मोतीलाल आसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नवनीत दमानी ने कहा कि भू-राजनीतिक तनाव के चलते कच्चे तेल के बाजार में ब्रेंट कच्चा तेल बाजार में उबाल आना अभी शुरु हो गया है। अभी भाव फिर 100 डालर प्रति बैरल से ऊपर गया है। आने वाले दिनों में हालत बिगड़े तो कीमतें और ऊपर जाएंगी।  दमानी ने कहा, ‘पुतिन के नयी चाल के बाद अमेरिका और यूरोपीय संघ रूस पर पूरी ताकत से आर्थिक पाबंदी लगा सकते हैं।

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