अयोध्या। अयोध्या में पांचवें दीपोत्सव समारोह के दौरान आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में भव्य तैयारियों को देखकर कहा कि अगली कारसेवा पर भगवान राम और भगवान कृष्ण के भक्तों पर गोलियों की नहीं बल्कि फूलों की वर्षा की जाएगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश की पूर्व की सरकारें ‘कब्रिस्तान’ की सीमाओं पर पैसा खर्च करती थी, लेकिन अब मंदिरों के पुनर्विकास और सौंदर्यीकरण पर पैसा खर्च किया जाता है।
उन्होंने कहा कि अयोध्या अब एक नई सांस्कृतिक नगरी के रूप में दुनिया के अंदर छानी चाहिए। दुनिया की कोई ताकत 2023 तक अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण को नहीं रोक सकती।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम हर वर्ष नयी ऊंचाइयों को छू रहा है। भव्य राम मंदिर के निर्माण से यहां पर्यटन के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा। उत्तर प्रदेश सरकार और भारत सरकार इस दिशा में काम कर रही है।
इस मौके पर उन्होंने उत्तर प्रदेश की गरीब आबादी के लिए कोरोना काल मे शुरू किए गए प्रधानमंत्री अन्न योजना को अगले वर्ष होली तक जारी रखने की घोषणा की।
इस अवसर पर मौजूद पर्यटन और संस्कृति मंत्री किशन रेड्डी ने कहा कि 12 लाख दीयों को जलाकर दीपमाला पूरे जगत को प्रकाशित कर रही है, ये केवल एक विश्व रिकॉर्ड नहीं है, बल्कि पूरे विश्व को भगवान राम की मर्यादा का संदेश है।
उन्होंने कहा कि 2030 तक अयोध्या दुनिया की सबसे बड़ी धार्मिक पर्यटन नगरी होगी। सरकार का अनुमान है कि 10 वर्ष के बाद अयोध्या में सालाना आने वाले पर्यटकों की संख्या पांच करोड़ होगी।
रेड्डी ने कहा कि जब भगवान श्रीराम 14 वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या लौटे थे तो उनके स्वागत ?में दीपोत्सव का आयोजन हुआ था। जिस प्रकार उस दिन भगवान राम के स्वागत में अयोध्या में दीपोत्सव हुआ था, आज उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या को पुन: प्रकाशमान किया है।
दीपोत्सव कार्यक्रम से पहले आदित्यनाथ ने अयोध्या में 661 करोड़ रुपये की 50 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
उल्लेखनीय है कि 2017 से प्रति वर्ष अयोध्या में दीपावली की पूर्व संध्या पर भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष रामपैड़ी के 32 घाटों पर 9 लाख और अयोध्या के बाकी हिस्सों में 3 लाख दीये जलाए गए।
इस आयोजन को देखने के लिए गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की एक टीम भी अयोध्या पहुंची थी।
दीपोत्सव कार्यक्रम के लिए 500 ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं। इस दौरान पहली बार एरियल ड्रोन शो आयोजित किया गया जिससे यह भव्य और आकर्षण का केंद्र बन गया। इस समारोह को देखने त्रिनिदाद और टोबैगो, वियतनाम और केन्या के राजदूत भी उपस्थित थे।
दीपोत्सव समारोह के दौरान भगवान राम, लक्ष्मण और सीता के किरदार निभाने वाले कलाकारों का आदित्यनाथ ने राजतिलक किया।