नयी दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा ने योगेंद्र यादव को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया है। कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बीच किसान नेताओं में आपसी मतभेद होना शुरू हो गया है, यही कारण है कि योगेंद्र को निलंबित किया गया है।
लखीमपुर खीरी हिंसा में के मारे गए भाजपा कार्यकर्ता के घर योगेंद्र यादव संवेदना प्रकट करने पहुंचे थे। उन्होंने इसकी जानकारी किसानों को नहीं दी और ट्विटर के माध्यम से मुलाकात की तस्वीर साझा की थी।
योगेंद्र के इस कदम से संयुक्त किसान मोर्चा के कुछ नेता नाराज चल रहे थे। उन्होंने यादव को एक महीने के लिए संगठन से निलंबित कर दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा की हुई बैठक में योगेंद्र यादव के निलंबन का फैसला लिया गया।
किसान नेताओं के मुताबिक, योगेंद्र यादव ने अपनी गलती को स्वीकार कर ली है। अब वह एक महीने तक आंदोलन का हिस्सा तो हो सकते हैं, लेकिन किसी किसान नेताओं की बैठक में शामिल नहीं होंगे और न ही किसी आधिकारिक गतिविधियों का हिस्सा रहेंगे।