नैनीताल। खाकी वर्दी की छवि के बारे में अक्सर ही नाकारात्मक टिप्पणियां आती रहती हैं। लेकिन सभी पुलिस वाले ऐसे नहीं होते हैं। कोविड कर्फ्यू के दौरान पुलिस का मानवतावादी व्यवहार भी देखने को मिलता रहा है। इस क्रम में पर्यटन नगरी भीमताल थाना प्रभारी रमेश बोहरा ने अपने साथी पुलिस बल के साथ 88 वर्षीय गंगा का दाह संस्कार कराकर यह प्रमाणित कर दिया है कि पुलिस इंसानियत की पीड़ा को महसूस करती है।
साथ ही पुलिस संकट में हर तरह की मदद करने में भी किसी तरह की कोताही नहीं बरती है। दरअसल नैनीताल थाना के एसएचओ रमेश बोहरा से गंगा के परिजनों ने मदद की गुहार लगाई और उन्होंने अपने साथी पुलिस वालों के साथ मिलकर अपना कर्तव्य निभाया।
घटना बीते 21 मई की खुटानी की है। खुटानी के वार्ड नंबर 1 से एक सूचना भीमताल थाना प्रभारी रमेश बोहरा को मिली कि 88 वर्षीय गंगा देवी का स्वास्थ्य खराब है। वे विस्तर से उठ-बैठ नहीं सकती हैं। यह खबर मिलते ही
नवीन तिवारी ,चिकित्सा प्रभारी सीएससी भीमताल एवं डॉ अनंता सीएससी भीमताल की मदद से घटनास्थल पर एंबुलेंस भिजवायी गई । पर बीमार महिला के पुत्र विशन राम एवं एक अन्य कोरोना पॉजिटिव थे तथा बीमार महिला विस्तर से उठने में भी असमर्थ थी।
उसके बाद पुलिस ने डॉक्टर नवीन तिवारी चिकित्सा प्रभारी सीएससी भीमताल से संपर्क किया। कुछ समय बाद डॉक्टर तिवारी एवं उनकी टीम टेस्टिंग एवं उपचार के लिए मौके पर पहुंची तथा वहीं पर अस्वस्थ महिला का कोविड-19 एंटीजन टेस्ट कराया गया, रिपोर्ट नेगेटिव आई। डॉक्टर द्वारा लिखी दवाइयां भी भिजवायी गयी।
इस घटना के बाद अगले दिन गंगा की बहू प्रेमा देवी ने सूचना दी कि गंगा देवी की मृत्यु हो गई है और गंगा के शव को कमरे से बाहर निकालने एवं अंतिम संस्कार करने वाला कोई नहीं है प्रेमा ने बताया कि उसके पति और बेटी कोरोना पॉजिटिव है। कुछ परिचितों को भी फोन किया पर कोई भी मदद को तैयार नहीं है।
उसके बाद रमेश बोहरा, क्षेत्राधिकारी भवाली भूपेंद्र सिंह धोनी की मदद से पुलिस टीम के साथ गंगा देवी के घर पहुंचे। साथ हीकोविड-19 गाइडलाइन का पालन करते हुए पुलिस टीम द्वारा मृतका को कमरे से बाहर निकाल कर शवदाह गृह भवाली लाया गया तथा महिला का हिंदू रीति रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया। इसके अलावा मृत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई।