पटनाः तेजस्वी प्रसाद यादव ने आरोप लगाया किमधुबनी जिले के महमदपुर गांव में होली के दिन हुआ हत्याकांड भाजपा के स्थानीय विधायक विनोद नारायण झा की शह पर किया गया इसलिए विधायक के कॉल रिकॉर्ड की जांच कराई जाए। यादव ने पीडित परिवार से मिलकर लौटने के बाद कहा कि महमदपुर में पांच लोगों की हुई हत्या के मामले में भाजपा के विधायक एवं पूर्व मंत्री श्री झा और स्थानीय पुलिस के अधिकारियों के बीच हुई बातचीत के कॉल रिकॉर्ड में सारे राज कैद हैं। यदि इस की ठीक से जांच की जाए तो इस पूरे हत्याकांड के साजिशों का पर्दाफाश हो जाएगा। प्रतिपक्ष के नेता ने पूर्व मंत्री श्री झा को चुनौती देते हुए कहा कि यदि वह स्वयं को इस मामले में बेगुनाह बता रहे हैं तो अपनी कॉल रिकॉर्ड की जांच क्यों नहीं करवाते। सारी सच्चाई लोगों के सामने आ जाएगी। उन्होंने इस मामले में मधुबनी पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाया और कहा कि जब तक जिले में पुलिस अधीक्षक और पुलिस उपाधीक्षक बने रहेंगे पीडित परिवार को न्याय नहीं मिल सकता है।
पीडित परिवार को अब तक सुरक्षा प्रदान नहीं
यादव ने कहा कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अभी तक पीडित परिवार को सुरक्षा प्रदान नहीं कराया गया। पीडित परिवार भय के साए में जीने के लिए विवश है। परिवार के लोग डर से दिन-रात सो नहीं पा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सिर्फ इस मामले में बड़ी मछली को बचाने की कोशिश की जा रही है। स्थानीय प्रशासन का आरोपियों को संरक्षण प्राप्त है। प्रतिपक्ष के नेता ने कहा कि हत्या से एक दिन पहले विधायक श्री झा ने इस हत्याकांड के आरोपियों के साथ बैठक की और अगले ही दिन इतनी बड़ी घटना हो गई। घटना के बाद आरोपियों को स्थानीय पुलिस नेपाल छोड़ने भी गई। इससे स्पष्ट होता है कि इसमें कौन लोगों का हाथ है। श्री यादव ने सवालिया लहजे में कहा कि किसी भी घटना के बाद फॉरेंसिक जांच टीम मौके पर पहुंचती है लेकिन इस घटना के एक सप्ताह बाद भी फॉरेंसिक टीम नहीं पहुंची थी। इस बात को स्वयं पुलिस अधीक्षक ने भी माना है, जिससे स्पष्ट है कि किस तरह से इस हत्याकांड में पुलिस कार्रवाई कर रही है।