इलायची की खेती में है लाखों का मुनाफा, भारत है दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक
इलायची खेती के रूप में सबसे बड़ा उत्पादक है भारत
इलायची खेती के रूप में सबसे बड़ा उत्पादक है भारत। CARDAMOM के नाम से भी जाना जाता है।छोटी इलायची का उपयोग पुराने समय से मसाले के तौर पर किया जाता रहा है। इलायची एक बहुत महंगा मसाला है।यह दिखने में बहुत छोटा होता है। लेकिन इसमें खुशबु अधिक होती है। CARDAMOM के उपर एक छिलका होता है जिसके अंदर इलायची के बीज उपस्थित होते है।इसका उपयोग मसाले के रूप में ही नही बल्कि एक औषधि के रूप में भी किया जाता है। जानकारबताते हैं कि इलायची का प्रयोग मिठाई में ख़ुशबू बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। डॉक्टर मानते हैं कि इलायची का नियमित सेवन करने से बहुत से रोगों से बचा जा सकता है। CARDAMOM का सेवन पुरुषों के लिए भी बहुत फायदेमंद रहता है। इसलिए हमें CARDAMOM का सेवन करते रहना चाहिए।मसालों के उत्पादन में दक्षिण भारत का नाम हमेशा आगे रहता है। CARDAMOM की खेती दक्षिण भारत के केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में होती है। ये वह राज्य हैं जहाँ तमाम दूसरे मसाले भी उगाए जाते हैं। CARDAMOM की खेती दो तरह से होती है। एक तो बीज बोकर और दूसरी पौध लगाकर। यदि आप बीज बोकर खेती करना चाहते हैं तो ध्यान रहे बीज ज़्यादा पुराना ना खरीदें। साथ ही बीज खरीदने से पहले अच्छे से रिसर्च भी कर लें। कभी भी सस्ते के चक्कर में घटिया क्वालिटी का बीज ना खरीदें। इससे आपको आगे चलकर भारी नुक़सान उठाना पड़ सकता है।बीजों को खरीदने के बाद खेत में 10 सेमीं की दूरी पर बीज बोएँ। साथ ही ध्यान रखें कि एक हेक्टेयर में 1 से डेढ किलो बीज का प्रयोग ही करें। इसके अलावा यदि आप पौध लेना चाहते हैं तो आसपास नर्सरी से आपको CARDAMOM की पौध मिल जाएगी। वहाँ से आप पौध खरीद कर सीधे खेत में लगा सकते हैं। लेकिन बुआई करते समय हमें बहुत-सी बातों का ध्यान रखना होगा।