चुनाव आयोग का नतीजा एनडीए के पक्ष में : तेजस्वी

  • 30 सीटों पर रिकाउंटिंग की मांग
  • निराधार नहीं है तेजस्वी का आरोप

विशेष संवाददाता

पटना : महागठबंधन की बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर जम कर हमला बोला हैं। उन्होंने ने कहा कि नीतीश कुमार में नैतिकता अगर बची है तो वह कुर्सी पर नहीं बैठे। यह चुनाव हमने जीता है। जनादेश की चोरी कर कब तक कुर्सी पर बैठेंगे। जनता ने अपना फैसला सुनाया और चुनाव आयोग ने अपना नतीजा दिया है। फैसला मेरे पक्ष में और नतीजा एनडीए के पक्ष में हैं।

छल प्रपंच के बीच तेजस्वी की धन्यवाद यात्रा

तेजस्वी ने कहा कि बिहार में जनादेश के चोरी की यह पहली घटना नहीं है। वर्ष 2015 में भी जनता ने महागठबंधन को अपना समर्थन दिया था। लेकिन चोर दरवाजे से बीजेपी सरकार में आ गई। बिहार की जनता ने बीजेपी को विपक्ष में रखने का फैसला किया था। बिहार की जनता राजद के साथ है। यदि आप छल परपंच को दरकिनार कर देखें तो इस चुनाव राजद की जीत हुई है। इसके लिए हम जल्दी हीं धन्यवाद यात्रा निकालेंगे। तेजस्वी ने कहा कि इतिहास में पहली बार विपक्ष ने इस तरह का एजेंडा बनाया है। हम नीतीश कुमार को बता देते हैं कि यह सिर्फ उनकी चार दिन की चांदनी है। हमारी पहचान संघर्ष के लिए है, जो निरंतर चलता रहेगा।

सवालों के घेरे में चुनाव आयोग

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार चुनाव में विश्वसनीयता को लेकर बड़ा सवाल किया है। तेजस्वी यादव ने रिकाउंटिंग की मांग करते हुए आरोप लगाया है कि कम से कम 20 सीटों पर जानबूझकर राजद को हरवाया गया है। पोस्टल बैलेट रद्द किये जाने को लेकर बड़ा सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि जो लोग शिक्षित व जागरूक हैं उनके वोट को रद्द किया जा रहा है। जब वोट कैंसल ही करना है तो पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान क्यों करवाया जाता है। तेजस्वी ने कहा कि चुनाव आयोग के मुताबिक पोस्टल बैलेट की गिनती की प्रक्रिया पहले होनी चाहिए। नियमों के मुताबिक वैलिड और इनवैलिड पोस्टल बैलेट को वीडियोग्राफी कर सील करना होता है। मतगणना के 40 दिन तक इसे सील रखा जा सकता है। एक सीट पर सौ-पचास नहीं बल्कि 9 सौ पोस्टल वोट रद्द किये गए। जब महागठबंधन के उम्मीदवारों ने आरओ से लिखित में मांगा तो उन्होंने देने से इंकार कर दिया।इससे आक्रोशित तेजस्वी ने रिकाउंटिंग की मांग की है।

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