जीएसटी के कानूनी दांवपेंच में अब भी उलझे हैं विधि विशेषज्ञ
नईदिल्ली। रोटी और पराठा दोनों ही आंटा से बनते हैं, फिर दोनों के लिए अलग अलग दरों का जीएसटी कैसे लिया जा सकता है। इस सवाल ने फिर से यह मुद्दा गरमा दिया है। पहले से ही विरोधी और आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ सरकार पर यह आरोप लगाते आ रहे हैं कि बिना विचार विमर्श के आनन फानन में इस जीएसटी को लागू कर दिया…
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