उच्च शिक्षा के विद्या समीक्षा केन्द्र और क्षेत्रीय कार्यालय का धन सिंह रावत और नरेश बंसल ने किया शिलान्यास
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में किसी भी राज्य द्वारा स्थापित किया जा रहा पहला विद्या समीक्षा केन्द्र- डाॅ. धन सिंह रावत
विद्या समीक्षा और उन्नयन केन्द्र के रूप में कार्य करेगा- डाॅ. धन सिंह रावत
तकनीकी के प्रयोग उच्च शिक्षा के विभिन्न कार्य संचालन में मानवीय हस्तक्षेप को न्यून कर पारदर्शी और समयबद्ध व्यवस्था सुनिश्चित करना है- डाॅ0 धन सिंह रावत
राज्य में गूणवत्ता पूर्वक शिक्षा का वातावरण बनेगा और बेहतर लर्निंग आउटकम प्राप्त होगा- डाॅ0 धन सिंह रावत
शीघ्र ही इसका मोबाइल एप होगा लांच- डाॅ धन सिंह रावत
द्वितीय चरण में सरकारी के साथ-साथ अनुदानित और निजी विद्यालय तथा महाविद्यालय भी विद्या समीक्षा केन्द्र से जुड़ेंगे – डाॅ. धन सिंह रावत
राज्य सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कर रही है उल्लेखनीय कार्य- नरेश बंसल
विद्या समीक्षा को सुदृढ़ कर बेहतर पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चित करना है उद्देश्य- रंजीत कुमार सिन्हा
गैप एनालिसिस और रियल टाइम माॅनिटरिंग में आसानी होगी
देहरादून। आज ननूरखेड़ा स्थित प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय के तृतीय तल पर उच्च शिक्षा विभाग के विद्या समीक्षा केन्द्र का शिलान्यास मंत्री उच्च शिक्षा डाॅ. धन सिंह रावत, राज्य सभा सांसद नरेश बंसल, सचिव उच्च शिक्षा डा. रंजीत कुमार सिन्हा, निदेशक उच्च शिक्षा डाॅ. अंजू अग्रवाल द्वारा किया गया। यह विद्या समीक्षा केन्द्र अपने आप में किसी भी राज्य का उच्च शिक्षा के पहले विद्या समीक्षा केन्द्र के रूप में स्थापित होने जा रहा है। इससे पूर्व यह विद्यालयी शिक्षा तक सीमित था किन्तु यह पहली बार है जब किसी राज्य में उच्च शिक्षा में विद्या समीक्षा केन्द्र की स्थापना हो रही है।
राज्य सरकार तकनीकी का अधिक से अधिक प्रयोग कर मानवीय और भौतिक संसाधनों के बेहतर इस्तेमाल की दिशा में प्रयास कर रही है। यह विद्या समीक्षा केन्द्र इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगा और केवल समीक्षा केन्द्र के रूप में ही यह कार्य नहीं करेगा अपितु विद्या समीक्षा और उन्नयन केन्द्र के रूप में कार्य करेगा। इससे पूर्व राज्य में भारत सरकार के समर्थ पोर्टल का प्रयोग कर उच्च शिक्षा के विभिन्न आयामों में डिजिटल तकनीकी का प्रयोग कर पारदर्शी व्यवस्था स्थापित की जा रही है। विद्या समीक्षा केन्द्र इन प्रयासों को संस्थानिक स्वरूप देने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास है।
राज्य सरकार शिक्षा के उन्नयन के लिए सतत प्रयास कर रही है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आलोक में आधारभूत संरचनाओं का विकास कर रही है। विद्या समीक्षा केन्द्र के भवन के लिए अभी 4 करोड़ 85 लाख स्वीकृत किए गए हैं किन्तु आगे भी इसे और सुदृ़ढ़ करने के लिए पैसे की कमी नहीं होगी।
सचिव उच्च शिक्षा ने विद्या समीक्षा केन्द्र के सिविल वर्क के साथ-साथ साॅफ्ट काॅम्पोनेन्ट को योजनागत रूप से आगे बढ़ाने को कहा जिससे उच्च शिक्षा के विद्या समीक्षा केन्द्र को और बेहतर रूप से स्थापित किया जा सके।
विद्या समीक्षा केन्द्र के माध्यम से सिर्फ छात्रों और शिक्षकों की उपस्थिति की ही माॅनिटरिंग नहीं होगी बल्कि उसके डाटाबेस से गैप एनालिसिस कर नीति निर्माण में सहायता प्राप्त होगी। यह एक समग्र अवधारणा के साथ कार्य करेगी जिसमें विद्यालयी शिक्षा और उच्च शिक्षा के बीच में बेहतर समन्वय भी स्थापित होगा। इससे राज्य में गूणवत्ता परक शिक्षा का वातावरण बनेगा और बेहतर लर्निंग आउटकम प्राप्त होगा।
विद्या समीक्षा केन्द्र के शिलान्यास के अवसर पर उप सचिव उच्च शिक्षा श्री ब्योमकेश दूबे, सलाहकार पीएम ऊषा प्रो.एमएसएम. रावत, प्रो. केडी पुरोहित, निदेशक संस्कृत शिक्षा, संयुक्त निदेशक डाॅ. एएस उनियाल, उप निदेशक डाॅ. ममता ड्यूडी नैथानी, सहायक निदेशक प्रो. दीपक कुमार पाण्डेय, प्रो. प्रमोद कुमार, डाॅ. शैलेन्द्र कुमार सिंह सहित उच्च शिक्षा एवं विद्यालयी शिक्षा के अन्य विभागीय अधिकारी गण उपस्थित रहे।