इंफाल। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने राजभवन में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंप दिया। अपने इस्तीफे में बीरेन सिंह ने मणिपुर की सेवा करने का अवसर मिलने का आभार व्यक्त किया और केंद्र सरकार की ओर से विकास और सुरक्षा के लिए किए गए कार्यों की सराहना की।
उन्होंने केंद्र सरकार से मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता बनाए रखने, सीमा घुसपैठ पर सख्ती, नशे के कारोबार पर रोक, बायोमेट्रिक आधारित सख्त सीमा नियंत्रण और सीमा बुनियादी ढांचे के विकास को तेज करने की अपील की है। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने मणिपुर विधानसभा के निलंबन की भी सिफारिश की, हालांकि इस पर कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।
मुख्यमंत्री 8 फरवरी की शाम चार्टर्ड फ्लाइट से दिल्ली गए थे। इससे पहले, 5 फरवरी को राज्य के तीन वरिष्ठ मंत्री—पीडब्ल्यूडी मंत्री गोविंददास कोंथौजम, वन एवं पर्यावरण मंत्री थोंगम बिस्वजीत और उपभोक्ता मामलो के मंत्री एल. सुसिंद्रो मैतेई—चार भाजपा विधायकों के साथ चार्टर्ड फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि वे केंद्रीय नेतृत्व, विशेष रूप से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने गए थे।
अविश्वास प्रस्ताव का माहौल भांप एन. वीरेन ने दिया सीएम पद से इस्तीफा: कांग्रेस
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस पार्टी ने कहा कि यह इस्तीफा ऐसे ऐन वक्त से पहले आया है, जब कांग्रेस विधानसभा में उनकी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए पूरी तरह से तैयार थी।
कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने आज शाम यहां कहा कि कल मणिपुर विधानसभा में मुख्यमंत्री एन. बीरेन और उनके मंत्रिपरिषद के खिलाफ कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए पूरी तरह तैयार थी। माहौल को भांपते हुए मणिपुर के मुख्यमंत्री ने अभी-अभी इस्तीफा दिया है। यह एक ऐसी मांग थी, जो कांग्रेस मई 2023 की शुरुआत से कर रही थी, जब मणिपुर में उथल-पुथल का आगाज हुआ था।
जयराम रमेश ने कहा कि एन. बीरेन का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा काफी देर से हुआ। मणिपुर के लोग अब हमारे फ्रिक्वेंट फ़्लायर पीएम के दौरे का इंतजार कर रहे हैं, जो अब फ्रांस और अमेरिका के लिए रवाना हो गए हैं और जिन्हें पिछले 20 महीनों में मणिपुर जाने के लिए न तो समय मिला है और न ही इच्छा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उदित राज ने इस ताजा घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जब कांग्रेस पार्टी एन. बीरेन को सही समय पर हटाने की मांग कर रही थी, तब उन्हें नहीं हटाया गया। वहां दोनों समुदायों (कुकी और मैतेयी) के बीच हमेशा के लिए दरार पैदा हो गई है। यह सरकार इतने लंबे समय तक नहीं रहनी चाहिए। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “सब कुछ लुटाकर होश में आए तो क्या हुआ…।”
भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभानु चिब ने कहा, “कितनी शर्म की बात है कि जिस मणिपुर के मुख्यमंत्री और उसकी सरकार को कई महीने पहले ही बर्खास्त कर हालात को ठीक किया जाना चाहिए था, उसे इतने महीनों तक सरकार चलाने दिया गया और आज जाकर इस्तीफा हुआ। डबल इंजन ने मणिपुर को पूरी तरह तबाह किया है।”