बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुली चुनौती देते हुए कहा कि अगर उन्होंने 10 साल में मुझसे ज्यादा नौकरियां दे दीं तो हम राजनीति से संन्यास ले लेंगे। मोदी पर अपना हमला जारी ऱकते हुए उन्होंने कहा कि वह महंगाई, बेरोजगारी और गरीबी पर नहीं बोलते। प्रधानमंत्री बिहार सिर्फ अपने लिए आते हैं, बिहार के लिए नहीं। बिहार ने उन्हें 2014 में 31 सांसद और 2019 में 39 सांसद दिए, लेकिन क्या बिहार के लोगों को उनका अधिकार मिला? वह हर चुनाव में बिहार आते हैं लेकिन चुनाव के बाद बिहार को भूल जाते हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि ‘जनता कर रही है इंसाफ, बीजेपी साफ।’ क्या उन्होंने (पीएम मोदी) बताया कि उन्होंने बिहार के लिए क्या किया है या भविष्य में क्या करने जा रहे हैं? मैंने उनसे 7 सवाल पूछे, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। छपरा में हुई गोलीबारी की घटना पर तेजस्वी यादव ने कहा कि दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी दो लोग फरार हैं। मुझे आश्वासन दिया गया है कि उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। कुछ लोग खोने के डर से ऐसा काम कर बैठते हैं। चुनाव के दौरान ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए।
इससे पहले तेजस्वी ने दावा किया था कि उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ लड़ाई में ‘‘चाचा’’ और उसकेसहयोगी जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार से ‘‘पूर्ण समर्थन’’ मिल रहा है। राजद नेता जिन्होंने कुमार के इंडिया गठबंधन से अचानक बाहर निकलने के परिणामस्वरूप बिहार के उपमुख्यमंत्री के रूप में अपना पद खो दिया था। तेजस्वी ने कहा, ‘‘चाचा को भाजपा ने अपहरण कर लिया होगा। लेकिन उन्होंने मुझे उन लोगों को सत्ता से बाहर करने को लेकर मार्गदर्शन किया था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आदरणीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी दो महीने पहले तक कहा करते थे कि जो चौदह में आए हैं वो चौबीस में जाएंगे। हम उन्हीं के दिखलाए रास्ते पर चल रहे हैं और उनके आशीर्वाद और मार्गदर्शन से भाजपा को हरायेंगे।’’