कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव को लेकर हो रही हिंसा एक बड़ा मामला बन के सामने आई है। लगातार हो रही है हिंसा घटनाओं पर विपक्षी दल राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा रहे हैं।
तृणमूल कांग्रेस की ओर से भी पलटवार किया जा रहा है। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने भी साफ तौर पर कहा था कि हिंसा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
भाजपा सीधा-सीधा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साध रही है। भाजपा ने तो केंद्रीय गृह मंत्रालय से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग भी कर दी है। इन सब के बीच भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल के प्रभारी रह चुके कैलाश विजयवर्गीय ने ममता पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि बंगाल में हिंसा बहुत स्वाभाविक है, हिंसा और बंगाल एक दूसरे का पर्यायवाची है। जब भी चुनाव होता है तब हिंसा होती है। मुख्यमंत्री उनके भतीजे अभिषेक, पुलिस, गुंडे सब मिल कर वहां हिंसा करते हैं। वहां आम नागरिक को कोई संरक्षण नहीं है।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मुलाकात के बाद प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि मैंने राज्यपाल को हिंसा के बारे में सब कुछ बता दिया। उन्होंने हमें बताया कि पंचायत चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा को रोकने के लिए सभी सक्रिय और प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।
पंचायत चुनाव को लेकर टीएमसी नेताओं के साथ सीएम ममता बनर्जी की आगामी बैठक पर मजूमदार ने तंज कसते हुए कहा कि उनकी योजना चल रही है कि दूसरों को नामांकन कैसे वापस लेना है और वोट लूटना है … वे ये सभी योजनाएं बनाएंगे।
इससे पहले सुकांता मजूमदार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनावों की सुरक्षा स्थिति में तत्काल हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।