पटना।बिहार महागठबंधन में महाभारत शुरू हो गया है। आज जीतन राम मांझी के पुत्र और कैबिनेट मंत्री संतोष कुमार सुमन ने इस्तीफा दे दिया। संतोष कुमार सुमन नीतीश के नेतृत्व वाले बिहार मंत्रिमंडल में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री थे।
संतोष कुमार सुमन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अपने पिता पर हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) का जद (यू) में विलय करने का दबाव बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “हमें जद (यू) में विलय के लिए मजबूर किया जा रहा था।”
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में राज्य के सत्तारूढ़ ‘महागठबंधन’ में जूनियर पार्टनर हम के लिए शुक्रवार को कम से कम पांच सीटों की मांग की।
संतोष कुमार सुमन, जो HAM के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, ने भी पिछले हफ्ते कहा था कि पार्टी बिहार में 40 लोकसभा सीटों में से पांच से कम की पेशकश पर सहमत नहीं होगी। हम बिहार में एक क्षेत्रीय पार्टी है जिसकी स्थापना 2015 में जीतन राम मांझी ने की थी और बिहार विधान सभा में इसकी कुल 4 सीटें हैं।
संतोष सुमन का इस्तीफा नीतीश कुमार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
23 जून को नीतीश की मेजबानी में पटना में विपक्षी एकता की बैठक बुलाई गई है। इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी से लेकर मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई विपक्षी नेताओं के शामिल होने जा रहे हैं। लेकिन इस बैठक से पहले ही महागठबंधन में महाभारत शुरू हो गया है। हालांकि, जदयू ने कहा है कि इससे विपक्षी एकती की बैठक पर कोई असर नहीं पड़ेगा।