मेरी एक ही इच्छा, राज्य समृद्ध और आत्मनिर्भर बने : भगतदा

पूर्व राज्यपाल बोले, पावर सेंटर नहीं बल्कि काम का सेंटर बनूंगा

देहरादून।  भगत सिंह कोश्यारी ने कहा है कि उत्तराखंड में विकास के लिए सब कुछ है, बस समन्वय करने की जरूरत है। उन्होंने कहा है कि उनकी एक ही इच्छा है उत्तराखंड समृद्ध और आत्मनिर्भर बने और इसके लिए वह किसी के साथ भी काम करने को तैयार हैं।

भगतदा ने आज प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में पत्रकारों के सवालों के बेबाकी से जवाब देकर राजनीतिक गलियारों में तैर रही कई तरह की चर्चा को विराम देने की कोशिश की। उत्तरांचल प्रेस क्लब के आमंत्रण पर वे आज प्रेस से रूबरू थे।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य बीजेपी ने दिया और विशेष राज्य का दर्जा भी दिया। राज्य की समृद्धि के लिए उनसे जो भी बन पड़ेगा, वे करेंगे। इस सवाल पर कि क्या वे फिर से बीजेपी की सदस्यता लेंगे, उन्होंने कहा कि बिना सदस्यता के भी काम किया जा सकता है।

उन्होंने सवाल किया कि बहुत सारे लोग समाज के लिए काम कर रहे हैं, क्या वे किसी राजनीतिक दल के सदस्य हैं। पुष्कर सिंह धामी की सरकार पर पूछे गये एक सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री खुद ही उनके काम से खुश हैं और उनकी नजर में भी धामी अच्छा काम कर रहे हैं।

महाराष्ट्र में राज्यपाल के कार्यकाल पर उन्होंने कहा कि वहां के लोगों का बहुत प्यार और स्नेह मिला। कोरोना काल में उन्होंने सडक़ मार्ग से राज्य भर के दौरे किये तो पाया कि वहां के लोग भी बहुत आत्मीय प्रवृत्ति के हैं। इस सवाल पर किया उनके आने से राज्य में एक और पावर सेंटर बनेगा।

उन्होंने कहा कि पावर सेंटर ही रहना था तो महाराष्ट्र जैसे 12 करोड़ की आबादी वाला राज्य क्या बुरा था। उन्होंने कहा कि पावर सेंटर नहीं बल्कि काम का सेंटर बनूंगा। कोश्यारी ने कहा कि उनका काम समाधान का है विस्फोटक का नहीं।
मीडिया के सामने उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा की चर्चा करते हुए कहा कि उन्हें लोगों और कार्यकर्ताओं का भरपूर प्यार मिला, यही उनकी पूंजी है। उन्होंने कहा कि मेरी यही इच्छा है कि उत्तराखंड हिमालय जैसा स्वच्छ और गंगा जैसा पावन राज्य के साथ ही आत्मनिर्भर बने। इसके लिए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के उद्योगपतियों से उत्तराखंड में निवेश को लेकर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य की कई सरकारी योजनाओं में पैसा उपलब्ध है जिसका उपयोग करने के लिए ऐसी मशीनरी डेवलप करने की जरूरत है, जिससे उत्तराखंड की आर्थिकी में नई क्रांति आएगी। राज्य में वापसी के बाद प्रदेश में चल रही सभी चर्चाओं पर विराम लगाते हुए कहा कि वह सक्रिय राजनीति से पहले ही बहुत दूर हो चुके हैं और उन्हें किसी भी तरह के पद की लालसा नहीं है। इससे पहले क्लब के अध्यक्ष अजय राणा व महामंत्री विकास गुसाईं ने गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में मीडिया से जुड़े लोग मौजूद थे।

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