देहरादून । भारतीय जनता पार्टी महानगर देहरादून के अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल का मसूरी विधानसभा में राज्यसभा सांसद नरेश बंसल की गरिमामयी उपस्थिति में मण्ड़ल अध्यक्ष श्रीदेव सुमन नगर पुनम नोटियाल एवं शहीद दुर्गामल्ल मण्डल अध्यक्ष राजीव गुरूंग तथा दोनौं मण्डलों की कार्यकारिणी द्वारा आयोजित कार्यकर्त्ता परिचय बैठक/कार्यक्रम् का आयोजन हुआ।
महानगर अध्यक्ष के मसूरी विधानसभा पधारने पर मण्डल अध्यक्ष पुनम् नोटियाल व राजीव गुरूंग ने उनका पुष्पमाला व टोपी पहनाकर स्वागत किया व अभिनन्दन किया। महानगर अध्यक्ष जी के स्वागत भाषण में उन्हौंने कहा कि अग्रवाल महानगर भाजपा संगठन को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाएगे व सबको साथ लेकर अपने दायित्व का पुर्ण निर्वहन करेंगे।
महानगर अध्यक्ष अग्रवाल का परिचय बैठक में भाजपा युवा मोर्चा द्वारा ढोल नगाड़ों के साथ रैली का आयोजन कर कार्यक्रम् को भव्यता प्रदान करी गई इस हेतु श्री अग्रवाल जी ने सभी भाजयुमो पदाधिकारियों का भी आभार व्यक्त किया।
परिचय बैठक में शक्तिकेन्द्र संयोजक, बुथ अध्यक्ष, भाजपा युवामोर्चा, महिला मोर्चा मातृशक्ति, वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्त्ताऔं ने अग्रवाल को अपना आशीर्वाद प्रदान किया तथा उनके महानगर अध्यक्ष हेतु यशस्वी कार्यकाल के लिए शुभकामनांए भी प्रेषित करी।
परिचय बैठक में मुख्यअतिथि के रूप में पधारे राज्यसभा सांसद ने नए अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल जी को उनके अध्यक्ष बनने पर हार्दिक बधाई दी यह अत्यंत खु़शी की बात है कुयि भाजपा संगठन ने एक कर्मठ, संघर्षशील, जुझारू युवा चेहरे को महानगर भाजपा की कमान सौंपी है। उन्हौंने वहां उपस्थित सभी कार्यकर्त्ताऔं से अग्रवाल के हाथों को मजबुत करने का आह्वान किया।
अपने उद्बोधन में सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल ने कहा कि जिस प्रकार से देश के यशस्वी प्रधानमंत्री के कृतित्व व व्यक्तित्व से भाजपा संगठन राष्ट्रीय स्तर पर नित नए आषाम् प्राप्त कर रहा है उसी प्रकार देहरादून भाजपा संगठन भी उत्तराखंड प्रदेश का एक मजबुत स्तंभ के रूप में कार्य करेगा।
उन्हौंने कहा कि में सबका सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास व सबका प्रयास के लक्ष्य को आगे इस भावना से कार्य करूंगा। उन्हौंने कहा कि जिस प्रकार से त्रैता युग में मंत्रों की शक्ति थी, ज्ञान की शक्ति सतयुग में थी, द्वापर में युद्ध शक्ति उसी प्रकार कलियुग में संगठन की शक्ति है।
अग्रवाल ने कहा कि संगठन ही राष्ट्र की प्रमुख शक्ति होती है। संसार में कोई भी समस्या हल करनी है तो वह शक्ति के बल पर ही हल हो सकती है। शक्तिहीन राष्ट्र की कोई भी आकांक्षा कभी सफल नहीं होती। परन्तु सामर्थ्यशील राष्ट्र चाहे जब, कोई भी कार्य सफलतापूर्वक कर सकता है। जो शक्तिशाली है, विजय उसी की होती है। अत: राजनीति से राष्ट्रनीति के लक्ष्य से हमें कार्य करना है। बैठक के अंत में अन्य पदाधिकारियों ने भी अपने विचार रखे।