क्रीमिया ब्रिज पर हमले के बाद रूसी हमले की आंच से झुलस रहा यूक्रेन

कियेब। अब यूक्रेन अपने सहयोगी देशों स एयर डिफेंस सिस्टम तथा रूस के ड्रोन हमलों की काट की मांग कर रहा है। दरअसल क्रीमिया ब्रिज पर हमले के बाद यूक्रेन ने रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन को काफी नाराज कर दिया है। उसके बाद से ही यूक्रेन के अन्य इलाकों में भी रूसी सेना का हमला तेज हो गया है।

खबर है कि पश्चिमी यूक्रेन के कई इलाकों में रूसी मिसाइल भी गिरे हैं। वहां लोगों को घरों के अंदर सुरक्षित रहने की चेतावनी बार बार दी जा रही है। खास कर लवीव के प्रमुख माकिसिम कोझाइस्की ने कहा है कि खतरा अब भी कायम है। इसके अलावा टेरनोपिल क्षेत्र से भी लोगों ने विस्फोटों की आवाज सुनने की जानकारी दी है। एहतियात के तौर पर लोग खुले में नहीं निकल रहे हैं।

चोर्टकिव और टेरनोपिल के बीच भी कई स्थानों पर विस्फोट हुए हैं। यह ऐसे इलाके हैं, जहां पर रूसी सेना ने पहले हमला नहीं किया था। खबर के मुताबिक इन इलाकों में तीन मिसाइल दागे गये थे। इनमें से दो वहां के एक सैनिक ठिकाने पर गिरा है जबकि यूक्रेन की एयर डिफेंस सिस्टम ने एक को हवा में ही मार गिराया है।

कियेब के आस पास के इलाकों में भी कामीकाजे ड्रोन से हमला हुआ है और कई रिहायशी इलाकों पर गोले बरसाये गये हैं। उधर दक्षिणी शहर माइकोलेव से भी ऐसी सूचना आयी है।
इस बीच नाटो ने यूक्रेन को एयर डिफेंस सिस्टम के साथ साथ एंटी ड्रोन तकनीक युक्त हथियार उपलब्ध कराने की तैयारी कर ली है। नाटो के महासचिव जेंस स्टोटेंनबर्ग ने यह जानकारी दी है।

नाटो के सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक में यह फैसला लिया गया है। यूक्रेन ने भी रूसी हमलों के बचने के लिए ऐसे ही हथियारों की मांग की थी। इसके अलावा नाटो के सदस्य देश यूक्रेन को बख्तरबंद गाड़ियां भी देने जा रहे हैं। पहले भी ऐसे हथियारों की कई खेप यूक्रेन पहुंचाये गये हैं।

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