पौड़ी। सोमवार देर शाम कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने अंकिता भंडारी के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। अंधेरा होने के बाद पीड़ित परिवार के घर कैबिनेट मंत्री के पहुंचने पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि सरकार इस मामले में पीड़ित परिवार को प्रलोभन देकर समझौते के मूड में है। उन्होंने अब तक की पूरी कार्यवाही पर सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।
सर्किट हाउस में पत्रकारों से संयुक्त प्रेस वार्ता में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि गंगा भोगपुर स्थित यह रिजार्ट में भाजपा व आरएसएस के लोगों की ऐशगाह था।
उन्होंने कहा कि वो सफेद पोश कोन था जिसके स्पेशल ट्रीट के लिए चलते यह सब कुछ हुआ, इसका सरकार को खुलासा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उस रिसॉर्ट पर जल्दबाजी में बुलडोजर चलाना, आरोपितों को पुलिस रिमांड न लिया जाना, कई ऐसे कार्य हैं जिससे सरकार ने साक्ष्यों को मिटाने का कार्य किया।
कहा कि संदेह के घेरे में चल रहे राजस्व उप निरीक्षक के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर उसे भी जेल भेज दिया जाना चाहिए। कहा कि रात्रि को सरकार की मंत्री पीड़ित परिवार से मिलती है। इससे साफ है कि सरकार मामले को सैटल करना चाहती है।
कहा कि कोन-कोन लोग रिसॉर्ट में आते थे, इसकी भी जांच होनी चाहिए। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि इस पूरे मामले में सरकार साक्ष्यों को छिपाने में जुटी है लेकिन कांग्रेस शांत नहीं बैठने वाली है। अंकिता को न्याय दिलवाने के लिए पार्टी कार्य करेगी। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने पीएम रिपोर्ट पर ही सवाल उठाए।
कहा कि पीएम में किसी महिला डॉक्टर तक को शामिल नहीं किया गया। केदारनाथ के पूर्व विधायक मनोज रावत ने कहा कि राजस्व पुलिस का कारनामा यह कि जिसने जुर्म किया, उसे ही मामले में पहले वादी बना दिया गया।
कहा कि गंगा भोगपुर स्थित वन्नतरा रिसॉर्ट भाजपा व आरएसएस का अघोषित अड्डा था। इसलिए इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से करवानी चाहिए। इससे पूर्व कांग्रेसी नेता श्रीकोट गांव पहुंचे तथा मृतक अंकिता के स्वजनों से मिले।