अगरतला। त्रिपुरा में शुक्रवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के आगमन के मद्देनजर यहां एमबीबी हवाई अड्डा, उज्जयंत महल और आरएसएस मुख्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, क्योंकि उन्हें जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त है।
श्री भागवत द्वारा शाही परिवार से मुलाकात को श्री प्रद्योत किशोर का विश्वास प्राप्त करने वाली भारतीय जनता पार्टी की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है, जो त्रिपुरा में आतंकवादी रणनीति और कुशासन का आरोप लगाते हुए अपनी पूर्व पार्टी के खिलाफ लड़ रहे हैं।
इससे पहले भाजपा कई बार प्रद्योत को राज्य सभा की सीट और केंद्रीय मंत्री जैसी पेशकश कर चुकी है लेकिन उसे सफलता प्राप्त नहीं हुई है। पिछले वर्ष भाजपा एडीसी चुनावों में श्री प्रद्योत के राजनीतिक मोर्चा मोथा से हार गई थी जिसके बाद भाजपा का राज्य के पहाड़ी और आदिवासी बहुल इलाकों में आधार समाप्त हो गया, जिसका वर्चस्व 60 सदस्यीय सदन में कम से कम 25 विधानसभा सीटों पर है।
श्री प्रद्योत ने स्पष्ट किया कि ‘‘श्री भागवत ने शाही सिंहासन, महल देखने और राजमाता से मिलने की इच्छा व्यक्त की। शाही अंदाज में, उन्हें महल में आमंत्रित किया गया और उन्होंने शाही स्वागत स्वीकार किया : इससे ज्यादा कुछ भी नहीं। इसके अलावा, मेरी उनके साथ कोई मुलाकात नहीं है।
भागवत का महल जाना और राजमाता से मिलना महज एक शिष्टाचार है। रिपोर्ट के अनुसार, आज रात श्री भागवत मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे तथा संगठनात्मक एवं अगामी चुनाव पर उनसे सलाह लेंगे। श्री भागवत शनिवार को गोमती जिले के अमारपुर में एक धार्मिक सभा को संबोधित करेंगे। उसके बाद वह दोपहर में दिल्ली वापस जाने के लिए हवाईअड्डा रवाना होंगे।