अल्मोड़ा । लोक निर्माण विभाग की उदासीनता के चलते साठ साल पहले बनीं गैराड़ बैंड-धौलछीना सड़क बदहाल है। धार्मिक व पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण इस सड़क में पिछले 18 सालों से डामरीकरण नहीं होने से जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं, वहीं अनेक स्थानों पर सोलिंग उखड़ चुकी है।
इससे वाहन चालकों व राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बरसात में तो इस मार्ग की हालत और भी खराब हो जाती है।
विस क्षेत्र अल्मोड़ा अंतर्गत धौलछीना, कलौन, नैल, बदौर, खांकरी, कांचुला, कटारा, पलों के अलावा सरकाघाट की ओर दर्जनों गांवों को जोड़ने वाली गैराड़ बैंड-धौलछीना सड़क अनदेखी से खस्ताहाल है।
सड़क से हाटमिक्स उखड़ने से मार्ग में अधिकांश स्थान पर गड्ढे बन चुके हैं। जो राहगीरों के साथ ही वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बने हैं। बारिश के मौसम में तो समस्या और अधिक बढ़ जाती है। वाहन चालकों के लिए वाहन चलाना मुश्किल हो जाता है।
इसी मार्ग पर प्रसिद्ध गैराड़ गोलूधाम होने के कारण यहां वर्षभर देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है। वहीं पर्यटक भी यहां पहुंचते हैं।
वर्षों से क्षेत्रवासी इस समस्या को उठा रहे हैं, लेकिन अब तक स्थिति में कोई सुधार नहीं हो पाया है।
लोनिवि के सहायक अभियंता आलोक कुमार ओली का कहना है कि सड़क पर डामरीकरण तथा अन्य सुधारीकरण कार्य के लिए 2.03 करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।प्रस्ताव के पारित होने के बाद धनराशि जारी होने पर सड$क के सुधारीकरण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।