गौचर। रात के अंधेरे में जब वायुसेना का भारी भरकम हेलीकॉप्टर गौचर हवाई पट्टी में उतरने के लिए मकानों की चंद दूरी पर आया तो लोगों की डर से रूह कांप गई और घरों से बाहर निकल आए।
22 साल पहले जनपद चमोली के गौचर में बनाई गई गौचर हवाई पट्टी पर आज तक हवाई जहाज सेवा शुरू न की गई हो लेकिन वायुसेना ने पिछले कई सालों से इस हवाई पट्टी को पायलटों के प्रशिक्षण का अड्डा बना दिया है। हवाई पट्टी पर वायुसेना के हेलीकॉप्टर दिन रात प्रशिक्षण के लिए उड़ान भरते रहते हैं।
बस्ती के नजदीक से उड़ानों से लोगों को तमाम परेशानियां झेलनी पड़ती है। मंगलवार को लोगों की डर के मारे उस समय रूह कांप गई जब रात के अंधेरे में वायुसेना का एमआई 17 हेलीकॉप्टर गौचर हवाई में उतरने के लिए बंदरखंड गांव के इतना नजदीक आ गया कि हेलीकॉप्टर व मकानों के बीच का फासला चंद दूरी का रह गया था।
इसकी हवा से मकानों में कंपन होने से लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए लगभग एक घंटे तक जब तक हेलीकॉप्टर चक्कर काटता रहा लोग घरों के अंदर नहीं गए। हेलीकॉप्टर के जाने के बाद ही लोगों ने राहत की सांस ली।
बंदर खंड के ताजबर कनवासी, किस्मत गुसाईं, विजया गुसाईं का कहना है कि सेना के पायलटों को उड़ान के दौरान जनता को कोई परेशानी न हो इस बात का भी ख्याल रखना चाहिए।