वाराणसी। देश के आज़ादी की 75वीं सालगिरह के मौके पर मनाये जा रहे ‘अमृत महोत्सव’ के तहत केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में 75 अमृत सरोवरों का विकास कर रही है ।
आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि ये अमृत सरोवर पर्यावरण ,भूजल प्रबंधन और राष्ट्रीयता का प्रतीक होंगे। सरोवरों का सौंदर्यीकरण और हरियाली कराकर उन्हे रमणीय स्थल का स्वरूप दिया जायेगा।
अमृत सरोवर के विकास के लिए सरकार स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के गांव को प्राथमिकता देगी। राष्ट्रीय पर्वों पर अमृत सरोवर के पास तिरंगा झंडा रोहण की व्यवस्था भी होगी। 15 अगस्त तक अमृत सरोवरों के विकास का काम पूरा होना है।
उन्होने कहा कि पूर्व की सरकारों के ध्यान न देने से समय के साथ या तो तालाब पटते चले गए या इनकी दशा खराब होती चली गई। मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल ने बताया कि अमृत सरोवर को ग्राम पंचायत के द्वारा एक रमणीय स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
अंतत: प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक अमृत सरोवर का विकास होगा । सरोवरों में पूरे साल भरा साफ जल जाए और सिर्फ बारिश का पानी जाए इसके लिए भी विशेष व्यवस्था की जायेगी ।
एक एकड़ में बनने वाले अमृत सरोवर के आस-पास जरुरत मुताबिक नीम ,पीपल ,कटहल ,जामुन,बरगद,सहजन,पाकड़ ,महुआ आदि के पौधे लगाए जाएंगे। पौधों की सुरक्षा के लिए फेंसिंग लगाए जाएंगे ।
उन्होने बताया कि अमृत सरोवर के विकास के लिए उन गॉव को वरीयता दी जाएगी जहां स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व शहीदों के गाँव है। सरोवरों के भूमि पूजन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ,वरिष्ठ नागरिकों को आमंत्रित किया जायेगा।
सरोवर के पास तिरंगा झंडा रोहण की व्यवस्था भी होगी जिससे राष्ट्रीय पर्व के अवसर पर गांव के लोग झंडारोहण का कार्यक्रम कर सके।
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि सरोवर में वाकिंग पथ और बेंच लगाया जाएगा जिससे राहगीर और स्थानीय लोग आराम कर सके। सरोवर में साफ पानी ही एकत्र हो इसके लिए प्रत्येक अमृत सरोवर के इनलेट में सिल्ट चैम्बर बनाया जाएगा।
ज़रूरत के मुताबिक सरोवरों को करीब 2 मीटर गहरा करना होगा। यहां रोशनी की भी पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी जिससे रात में लोग सरोवर के किनारे बैठ कर आनंद उठा सके। सौंदर्यीकरण का काम सीएसआर फंड से करने की योजना है ।