देहरादून। पांचवीं विधानसभा चुनाव के लिए मतदान खत्म होने के बाद चुनाव मैदान में उठे प्रत्याशी से लेकर मतदाता चुनावी सरगर्मी में मगशूल रहे। चाय की चुस्कियों के साथ चुनाव में हुए मतदान के आधार पर हार-जीत का गुणा भाग करते रहे। हालांकि 10 मार्च को मतगणना के बाद ही असल तस्वीर साफ होगी।
प्रदेश की 70 विधानसभा सीटों पर मंगलवार को शांतिपूर्ण मतदान हुआ। मतदान में मतदाताओं ने बढ़ चढक़र हिस्सा लेकर अपना मताधिकार का प्रयोग किया। चुनाव में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से राष्ट्रीय दलों भाजपा, कांग्रेस के अलावा कई निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपना भाग्य आजमाने के लिए खड़े हुए है।
चुनाव में सभी प्रत्याशियों में अपनी जीत के लिए पूरा जोर लगा रखा था और सभी अपनी-अपनी जीत का दावा करते रहे। मतदान होने के बाद सभी प्रत्याशी जहां कार्यकर्ताओं के साथ बैठक फीडबैक जुटा रहे हैं, वहीं मतदाता भी चुनाव में प्रत्याशियों के हार जीत का गुणा भाग कर रहे हैं।
मतदान खत्म होने के बाद से आज दिनभर चुनावी सरगर्मी चलती रही। घरों से लेकर चाय की दुकानों और सड़क के नुक्कड़ो में चुनाव में हार जीत पर का गणित लगाते रहे। किस प्रत्याशी के पक्ष में कितना वोट पड़ा और कहां से ज्यादा वोट मिलेगा। कहां कम मत पडे जैसी चर्चाएं सुनने में आई। यहीं कहीं अंदाजा यह भी लगाया जाने लगा कि किस पार्टी की ज्यादा सीटें आ रही है और किसकी कम।
अलग-अलग विधानसभाओं के हिसाब से जीत-हार को गणित लगाया जा रहा है। चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशी और उनके समर्थक गुणा भाग में जुटा हुआ है। हर प्रत्याशी ईवीएम में बंद मतदान को लेकर अपना भविष्य तलाश रहा है। कई प्रत्याशी जीत को लेकर आश्वस्त दिख रहे है तो कई प्रत्याशियों में वैचेन है।
वहीं प्रत्याशी भी अपने पक्ष में हुए मतदान को लेकर गणित लगाते रहे। कार्यकर्ताओं से भी अपने-अपने क्षेत्र में हुए मतदान का आकलन कर रहे हैं। मतदान के बाद हर किसी का चुनावी चर्चाओं में ही गुजरा। हालांकि मतदान के बाद प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम मशीन में बंद हो गया है। 10 मार्च को मतगणना के बाद ही इसका परिणाम आएगा। वहरहाल, चुनाव परिणाम आने तक प्रत्याशियों से लेकर मतदाताओं में उत्सुकता और बेचैनी अवश्य रहेगी।