इम्फाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को मणिपुर की यात्रा करेंगे। पीएम की यात्रा को लेकर बड़े पैमाने पर सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। राज्य सरकार ने इम्फाल हवाई अड्डे से लेकर उनके मार्ग पर आने वाले सभी तेल डिपो को अस्थायी रूप से बंद करने के आदेश दिए हैं और ग्रेटर इम्फाल के अधिकतर क्षेत्रों को रेड जोन घोषित किया है, जहां ड्रोन सहित अन्य संवेदनशील सामग्रियों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
पुलिस सड़कों पर गश्त कर रही है और राहगीरों की तलाशी ले रही है। विभिन्न स्थानों पर तलाशी अभियान भी चलाये जा रहे हैं। इसी बीच, मणिपुर में छह प्रतिबंधित भूमिगत संगठनों द्वारा गठित समन्वय समिति ने बहिष्कार का आह्नव करते हुए चार जनवरी को रात एक बजे से प्रधानमंत्री के प्रस्थान तक पूर्ण रूप से बंद बुलाया है।
नेशनल रिवोल्यूशनरी फ्रंट, मणिपुर (एनआरएफएम) ने भी चार जनवरी को सुबह छह बजे से मणिपुर में 12 घंटे के बंद का आह्वन किया है।
इस बीच, मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि सोमवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल संग उनकी फोन पर बातचीत हुई। उन्होंने बताया कि ओलंपिक रजत पदक विजेता सैखोम मीराबाई चानू के गांव नोंगपोक काकचिंग में एक मेगा हैंडलूम क्लस्टर स्थापित करने के लिए 31 करोड़ रुपये मंजूर कर लिए गए हैं।
प्रधानमंत्री इस परियोजना की आधारशिला रखेंगे। मणिपुर में सरकारी अधिकारियों ने कहा है कि यहां प्रधानमंत्री लगभग 1,850 करोड़ रुपये की 13 परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे और लगभग 2,950 करोड़ रुपये की नौ परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे।
प्रधानमंत्री 1,700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनने वाली 110 किलोमीटर के पांच राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के निर्माण का भी शिलान्यास करेंगे। यह एक अन्य महत्वपूर्ण संरचना है, जिससे इम्फाल और सिलचर के बीच कनेक्टिविटी मजबूत होगी और साथ ही ट्रैफिक की समस्या भी हल होगी।
राष्ट्रीय राजमार्ग 37 पर बराक नदी के उपर स्टील के इस ब्रिज का निर्माण 75 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि इसी राजमार्ग पर एक और पुल का निर्माण कार्य भी पूरा होने वाला है।
मोदी इस दौरान करीब 1,100 करोड़ रुपये की लागत से बने 2,387 मोबाइल टावर भी मणिपुर के लोगों को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन की जा रही परियोजनाओं में 280 करोड़ रुपये की थौबल बहुउद्देश्यीय जल संचरण प्रणाली परियोजना भी शामिल है,जिससे इम्फाल शहर को पेयजल की आपूर्ति कराई जाएगी।
इसके अलावा, तामेंगलोंग जिले की दस बस्तियों के निवासियों को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 65 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित तामेंगलोंग मुख्यालय के लिए जल संरक्षण द्वारा जलापूर्ति योजना परियोजना का भी उद्घाटन किया जाएगा। इसके साथ ही 51 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सेनापति जिला मुख्यालय जलापूर्ति योजना का विस्तार भी शामिल है, जिससे क्षेत्र के निवासियों को नियमित जल की आपूर्ति कराई जाएगी।
प्रधानमंत्री इम्फाल में पीपीपी आधार पर लगभग 160 करोड़ रुपये की कीमत के ‘अत्याधुनिक कैंसर अस्पताल’ की भी आधारशिला रखेंगे।