नयी दिल्ली । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि दुनिया में प्रभुत्व जमाने के लिए नौसेना का सशक्त होना जरूरी है और यह अच्छी बात है कि भारतीय नौसेना समुद्री तथा राष्ट्रीय सुरक्षा में मजबूती के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
सिंह ने नौसेना के शीर्ष कमांडरों के सम्मेलन के दूसरे चरण के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा , हमारे देश की भौगोलिक स्थिति कई मामलों में अनूठी है। तीन तरफ से विशाल सागरों से घिरा होने के चलते हमारा देश सामरिक , व्यापारिक और संसाधनों की दृष्टि से बहुत अधिक महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि समुद्री क्षेत्र में व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को बढावा देने के लिए शांति और स्थिरता का माहौल जरूरी है और इसमें नौसेना की भूमिका बेहद अधिक महत्वपूर्ण है।
आर्थिक हितों के चलते संबंधों में कुछ तनाव भी उत्पन्न होते हैं
देशों के बीच आर्थिक तथा राजनीतिक संबंध बहुत तेजी से बदलने का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि आर्थिक हितों के चलते संबंधों में कुछ तनाव भी उत्पन्न होते हैं। इसे देखते हुए व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को बढावा देने के लिए भारतीय समुद्री क्षेत्रों में शांति तथा स्थिरता कायम रखने की बहुत अधिक जरूरत है। आने वाले समय में समुद्री क्षेत्र में शांति तथा स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए नौसेना की भूमिका कई गुना बढने वाली है।
उन्होंने कहा कि केवल वही राष्ट्र दुनिया में अपना प्रभुत्व जमा पाने सफल रहे हैं जिनके पास सशक्त नौसेना है और मुझे यह कहते हुए प्रसन्नता हो रही है कि हमारी समुद्री और राष्ट्रीय सुरक्षा में नौसेना महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि समुद्री क्षेत्र का जिम्मेदार देश होने के नाते भारत हिन्द महासागर क्षेत्र में आम सहमति पर आधारित सिद्धांतों , शांति और नियमों पर आधारित व्यवस्था का पक्षधर है।
वह ऐसी व्यवस्था का समर्थन करता है जिसमें नौवहन की स्वतंत्रता और मुक्त व्यापार के साथ सभी देशों के हितों संरक्षण हो। इस समुद्री क्षेत्र में महत्वपूर्ण देश होने के चलते सुरक्षा की दृष्टि से भारतीय नौसेना की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्होंने संतोष जताया कि नौसेना अपनी जिम्मेदारी को बखुबी निभा रही है।