2018 में बनने वाला आईएसबीटी अभी तक नहीं हो सका तैयार
साढ़े पांच माह से आईएसबीटी के लिए नहीं मिले दो करोड़
अल्मोड़ा। सरकारी निर्माण कार्यों में सुस्ती किस कदर हावी है
इसका नमूना देेखना हो तो अल्मोड़ा में पिछले पांच सालों से
निर्माणाधीन आईएसबीटी को मिसाल के तौर पर देखा जा सकता
है। अंतरराज्यीय बस अड्डे को कायदे से 2018 में बन जाना था,
लेकिन तीन साल बाद भी इसके निर्माण में बजट का अभाव
अड़चन बनीं है।
चालू वित्तीय वर्ष में बस अड्डे के लिए मिला था दो करोड़
सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष में बस अड्डे के लिए दो करोड़ रुपये का प्रावधान किया था लेकिन साढ़े पांच माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी यह राशि अवमुक्त नहीं हुई है। अल्मोड़ा में उत्तराखंड परिवहन निगम का डिपो मालरोड में किराए के भवन में संचालित हो रहा है। माल रोड में एक समय में दो से तीन बसें ही खड़ी होने के लिए जगह है। इस कारण यहां जाम भी लगता है। परिवहन निगम का माल रोड से करीब चार किमी दूर लोअर माल रोड में वर्कशॉप है।
वर्ष 2016 में निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था
शहर में बस अड्डा न होने पर सरकार ने लोअर मालरोड में परिवहन निगम की वर्कशॉप में 16 करोड़ की लागत से आईएसबीटी स्वीकृत किया। 15 बस क्षमता के आईएसबीटी का वर्ष 2016 में निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया। उस समय आईएसबीटी का निर्माण दिसंबर 22018 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था लेकिन 16 करोड़ के सापेक्ष निर्माण एजेंसी उत्तर प्रदेश निर्माण निगम को मात्र 9.78 करोड़ रुपये ही अवमुक्त हुए हैं। इस राशि से विभाग ने कार्य पूरा कर लिया है।
आईएसबीटी के दो मंजिले भवन, रिटर्निंग वाल, गाड़ी धुलाई केंद्र, दुकानें, शौचालय, डोरमेट्री आदि कार्य कर लिए हैं जबकि बजट के अभाव में शेष कार्य लंबित हैं। अब भी यहां वर्कशॉप, डीजल टैंक, अधूरी चहारदीवारी, मुख्य मार्ग से आईएसबीटी तक सड़क निर्माण, प्लेटफार्म, स्टाफ रूम आदि का निर्माण लंबित है।
परिवहन निगम के एई पीके दीक्षित का कहना है कि बजट में सरकार ने आईएसबीटी के लिए दो करोड़ रुपये का प्रावधान किया था। पर अब तक पैसा नहीं मिला है। सरकार ने अब अवशेष कार्य के लिए दोबारा आगणन मांगा है। जिसे तैयार कर भेजा जा रहा है।