हरक सिंह रावत को मंत्री पद से बर्खास्त किया जाना चाहिए : मैखुरी
पद एवं गोपनीयता की शपथ तोड़ने का लगाया आरोप
देहरादून। हरक सिंह रावत ने जो बातें कही वे बेहद आपत्तिजनक और मंत्री के तौर पर ली गयी गोपनीयता की शपथ का घोर उल्लंघन है। भाकपा (माले) के गढ़वाल सचिव इन्द्रेश मैखुरी ने कहा है कि हरक ने अपने बड़बोलेपन में शपथ का भी लिहाज नहीं किया।
उन्होंने कहा कि हरक ने पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत को कृषि मंत्री के रूप में किये गए ढैंचा बीज घोटाले में जेल जाने से बचाने की बात कही। उस समय वे कांग्रेस की सरकार में मंत्री थे और त्रिवेंद्र रावत भाजपा में थे।
उन्होंने कहा है कि हरक सिंह रावत के बयान का दूसरा हिस्सा ज्यादा आपत्तिजनक, विधि विरुद्ध और मंत्री के तौर पर उनके द्वारा ली गयी पद व गोपनीयता की शपथ का खुला उल्लंघन है। हरक सिंह रावत ने दो वरिष्ठ भाजपा नेताओं का नाम लेते हुए कहा कि दो पेज का नोट बनाने के बाद,उक्त दो नेताओं को उन्होंने दिखाया। स्पष्ट तौर पर यह कृत्य गैरकानूनी है और मंत्री के रूप में ली गई गोपनीयता की शपथ का खुला उल्लंघन है।
गोपनीयता की शपथ के अंतर्गत यह निहित होता है कि मंत्री के रूप में किये गए किसी कार्य को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा, न किसी ऐसे व्यक्ति से प्रकट किया जाएगा, जो उसके लिए अधिकृत न हो, लेकिन हरक सिंह रावत स्वयं अपने मुंह से स्वीकार कर रहे हैं कि उन्होंने दो ऐसे भाजपा नेताओं को फाइल पर लिखा गया दो पेज का नोट दिखाया। मैखुरी ने कहा है कि हरक सिंह रावत की स्वयं की स्वीकारोक्ति है, इसलिए उन्हें तत्काल मंत्री पद से बर्खास्त किया जाना चाहिए और उनके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जानी चाहिए।