मठ-मंदिरों की पहचान को आप का ‘सेल्फी विद टेंपल’ अभियान

उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी बनाने की दिशा में उठाया दूसरा कदम

देहरादून । स्थानीय मठ-मंदिरों को पहचान दिलाने के उद्देश्य से आम आदमी पार्टी (आप) ने ‘सेल्फी विद टेंपल’ अभियान शुरू करने का ऐलान किया है। इससे पहले पार्टी उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी बनाने के लिए वेबसाइट लांच कर चुकी है। जिसके जरिए जनता से सुझाव मांगे जा रहे हैं। आप के प्रदेश प्रवक्ता नवीन पिरशाली ने बुधवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में दावा किया कि आध्यात्मिक राजधानी के डिजिटल प्लेटफार्म पर जनता का अपार समर्थन मिल रहा है। चार दिन में 22 हजार 976 लोगों ने इस प्लेटफार्म के माध्यम से अपने
महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए हैं। जनता से मिल रहे सुझावों के आधार पर ही अब सेल्फी विद टेंपल अभियान शुरू किया जा रहा है।

अभियान के माध्यम से जनता से  की जाएगी अपील

उन्होंने बताया कि इस अभियान के माध्यम से राज्य की जनता से अपील की जाएगी कि वह अपने गांव, शहर, मोहल्ले में जहां कहीं भी आपके इष्ट देवता, मठ, मंदिर व पौराणिक देव स्थल हैं उसकी जानकारी सेल्फी विद टेंपल के जरिए साझा करें। यह अभियान उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। अभियान के जरिए हर उस मंदिर और पौराणिक स्थल का महत्व अन्य लोगों तक पहुंच सकेगा, जिससे लोग आज तक अनजान हैं।
जानकारी सामने आने के बाद इन मठ-मंदिरों व पौराणिक स्थलों को नई पहचान भी मिलेगी। उन्होंने भाजपा व कांग्रेस से सवाल करते हुए पूछा कि जब से दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी बनाने का ऐलान किया है तब से ये दोनों पार्टियां गाली बरसाने का काम कर रहे हैं। क्या ये दोनों पार्टिया बताएंगी कि आखिर इनको तकलीफ किस बात से है ।

चारधाम यात्रा शुरू नहीं कर हजारों लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट

उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये वही बीजेपी है जिसने मां गंगा का अपमान किया, देवस्थानम बोर्ड बनाकर तीर्थ पुरोहितों के हक-हकूकों को छीना और अब चारधाम यात्रा शुरू नहीं कर हजारों लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा कर दिया। कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अब उत्तराखंड को  आध्यात्मिक राजधानी बनाने की बात कह रहे हैं। यह अच्छी बात है कि आम आदमी पार्टी राज्य में जो घोषणाएं कर रही है भाजपा उसकी नकल कर रही है। यद्यपि यह भी जान लेना चाहिए कि नकल के लिए भी अक्ल की जरूरत होती है। क्योंकि जनता यह जानती है कि भाजपा के पास जुमलेबाजी के अलावा कुछ नहीं है। आध्यात्मिक राजधानी को लेकर उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व सीएम हरीश रावत पर भी तंज कसा है। कहा कि इस संदर्भ में हरदा ने जो बयान दिया है वह राज्य के साथ विश्वासघात करना जैसा है।

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