देहरादून । उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में भारत रत्न, पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर उनके चित्र पर माल्यार्पण किया गया। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री और प्रमुख प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी ने कहा कि गरीब परिवार में जन्मे डॉ. राधाकृष्णन एक दर्शन शास्त्री, भारतीय संस्कृति के संवाहक और आस्थावान हिन्दू विचारक थे।
आज उनके सम्मान में हम उनके जन्म दिन को शिक्षक दिवस के रूप मे मनाते हैं। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा 1923 में प्रकाशित पुस्तक भारतीय दर्शन शास्त्र को विश्व में सर्वश्रेष्ठ साहित्य की ख्याति मिली। आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दर्शन शास्त्र पर दिया गया उनका भाषण आजादी की मुहिम को तेज करने के लिए इस्तेमाल किया गया। जोशी ने कहा कि भारत की आजादी के बाद उन्होंने यूनेस्को जैसी विश्व प्रसिद्ध संस्था में भारत का प्रतिनिधित्व किया। इसके अलावा, डॉ. राधाकृष्णन ने सोवियत संघ में भारत के राजदूत के रूप में भी कार्य करते हुए देश के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया तथा उन्हें देश का प्रथम उप राष्ट्रपति बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान भी उन्होंने देश में शिक्षा के विकास में महत्वपूर्ण कार्य किये। उन्होंने कहा कि आज हम जहां हैं, गुरूजनों की वजह से हैं हमारा सौभाग्य है कि हमें गुरू द्रोणाचार्य की तपस्थली तथा गुरू रामराय की कर्मस्थली देहरादून में रहने, पढ़ने तथा जीवन में आगे बढ़ने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। देहरादून शिक्षा के लिए विश्व विख्यात है और ये सब इन्हीं गुरूओं के आशीर्वाद से है। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी, महामंत्री राजेन्द्र शाह, प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी, प्रदेश प्रवक्ता डॉ. प्रतिमा सिंह, प्रदेश संयोजक सदस्यता अभियान अनिल रावत, प्रदीप कुमार, राकेश चौहान, विजय भट्ट, आदि अनेक कांग्रेसजन उपस्थित थे।