गौलापार के किसान के नाम हुआ नरेंद्र 09 गेहूं के बीज की किस्म

चार साल की घनघोर तपस्या के बाद केंद्र सरकार ने किया पंजीकृत

  • यह उपलब्धि हासिल करने वाले उत्तराखंड के पहले किसान बने नरेंद्र सिंह मेहरा
हल्द्वानी । गौलापार के नरेंद्र सिंह मेहरा के बारह साल के कठिन प्रयास के बाद आखिरकार ‘ नरेंद्र 09 गेहूं के बीज’  का पेंटेट मिल गया है। इसके साथ ही मेहरा इस तरह की उपलब्धि हासिल करने वाले पहले किसान बन गए हैं। मेहरा अब किसानों के समूह बनाकर इस बीज का प्रचार प्रसार करेंगे और पहाड़ एवं मैदान में जैविक खेती को बढ़ावा देंगे। उन्होंने कहा कि इस मिशन में कामयाब न होने पर वे यह पेंटेट सरकार को समर्पित कर देंगे। उन्होंने दावा किया है कि वे लाख दो लाख रुपये के लिए किसी भी कंपनी को इस बीज का पेंटेंट नहीं देंगे। 
यह जानकारी शनिवार को रामपुर रोड के एक रेस्टोरेंट में केबीके ज्योलीकोट प्रभारी  विजय दोहरे, सह निदेशक केबीके कंचन नैनवाल, उप निदेशक आत्मा परियोजना कमल किशोर पंत,जिला प्रबंधक इफको दीपक आर्य,जैविक प्रशिक्षक अनिल पांडे एवं किसान नरेंद्र सिंह मेहरा ने एक संयुक्त पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने कहा कि यह पेंटेट  महत्वपूर्ण उपलब्धि है। अब किसान नरेंद्र सिंह मेहरा के गेहूं नरेंद्र 09 केंद्र सरकार में पंजीकृत हो गया है। उन्होंने बताया कि 201 में तमाम फसलों की नई किस्म को इजाद करने के लिए पौधा किस्म और कृषक अधिकार संरक्षण प्राधिकरण ने उन्हें इस नई किस्म को इजाद करने में मदद दी।

वर्ष 2009 में एक अलग प्रकार की मिली थी बाली

किसान मेहरान ने बताया कि वर्ष 2009 में उन्हें अपने खेत में एक अलग प्रकार की बाली मिली थी, जिसको उन्होंने लाइंस सलेक्शन द्वारा चयनित कर इस नई किस्म को विकसित किया। जिसका नाम उन्होंने नरेंद्र 09 रखा। शुरुआती दौर में अन्य किसानों के खेतों में परीक्षण के तौर पर गेहूं बोया गया और उसकी विशेषताआें को देखते हुए कृषि विज्ञान केंद्र ज्योलीकोट के सहयोग से जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि पंतनगर में परीक्षण के तौर पर बोया गया। निदेशक रिसर्च के आदेश पर नरेंद्र 09 गेहूं को कृषि अनुसंधान केंद्र मझेडा जनपद नैनीताल एवं कृषि विज्ञान केन्द्र ग्वालदम चमोली में भी बोया गया। 
उन्होंने बताया कि बेहद सकारात्मक परिणाम मिलने के बाद वर्ष 2017 में बीज को किसान के नाम पेटेंट कराने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र ज्योलीकोट के प्रभारी डॉ. विजय कुमार दोहरे ने पौधा किस्म और कृषक अधिकार संरक्षण प्राधिकरण भारत सरकार को बीज उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अंतत: साढ़े चार वर्षों बाद गेहूं की इस किस्म को केंद्र सरकार ने ‘ नरेंद्र 09’ के नाम रजिस्टर्ड कर दिया। इसके साथ ही गेहूं की किस्म को विकसित करने में नरेंद्र उत्तराखंड के पहले किसान  बन गए हैं।

देश के मूर्धन्य किसानों की सूची में शामिल हुए नरेंद्र

 इस उपलब्धि से किसान मेहरा राष्ट्रीय स्तर के उन मूर्धन्य किसानों की सूची में शामिल हो गए हैं। बकौल नरेंद्र मेहरा नरेंद्र 09 एक बहुत ही उन्नत प्रजाति का बीज है। इसकी उत्पादन क्षमता बहुत अच्छी है जिसे हम किसी भी परिस्थिति में उगा सकते हैं, यह भाबर, मैदान एवं पर्वतीय क्षेत्र में सफलता से उगाया जा सकता है। इसके साथ ही इसमें अनेक पौष्टिक गुण हैं। यह स्वादिष्ट और इसकी रोटियां बहुत मुलायम बनती हैं। कृषि क्षेत्र में कई तरह के अभिनव प्रयोग के लिए नरेंद्र को राज्य एवं राष्ट्रीय पर कई बार सम्मानित किया जा चुका है।

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