देवस्थानम बोर्ड को भंग करने को तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन जारी
तीर्थ पुरोहितों ने बोर्ड को भंग न होने तक आंदोलन को जारी रखने का किया ऐलान
उत्तरकाशी। चारधाम देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों व हक-हकूक धारियों का क्रमिक अनशन आंदोलन 30वे दिन भी जारी रहा। तीर्थ पुरोहितों ने सरकार से मामले में शीघ्र कार्यवाही करने की मांग की है तथा बोर्ड को भंग न होने तक आंदोलन को जारी रखने का ऐलान किया है।
गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित गंगोत्री धाम परिसर तथा यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित खरसाली स्थित मां यमुना के मंदिर परिसर में पिछले 50 दिनों से आंदोलन चलाते आ रहे है। तीर्थ पुरोहित 3 दिनों से क्रमिक अनशन आंदोलन पर है जो निरंतर जारी है। रोजना की भांति तीर्थ पुरोहितों ने सर्व प्रथम मां गंगा और यमुना की स्तुति की तथा उसके बाद सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर क्रमिक अनशन पर बेठे। अनशन स्थल पर हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि तीर्थ पुरोहितों के आंदोलन को 5 दिन हो गये है,लेकिन सरकार ने अभी तक मामले में कोई कार्यवाही नहीं की है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देवस्थानम बोर्ड को लेकर हाईपावर कमेटी गठित कर पुर्न विचार करने की बात कही है,लेकिन जब तक कार्यवाही नहीं हुई तीर्थ पुरोहित आंदोलन चलाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को तत्काल देवस्थानम बोर्ड को भंग कर चार धामों में पूर्व सेचली आ रही व्यवस्थाओं को लागू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहित बोर्ड को भंग किये बिना किसी भी सूरत में आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे।
गंगोत्री धाम राकेश सेमवाल रवि सेमवाल विजय सेमवाल कामेवर सेमवाल सत्येंद्र सेमवाल मुकेश सेमवाल बद्री सेमवाल ज्योति शरण सेमवाल सूर्या सेमवाल शिव प्रकाश सेमवाल मंदराचल सेमवाल मनोहरी सेमवाल सुनील सेमवाल प्रभाती सेमवाल, विकास सेमवाल .ष्णा सेमवाल, प्रदीप सेमवाल आदि क्रमिक अनशन पर बैठे। दूसरी ओर देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों को खरसाली स्थित यमुना मंदिर परिसर में क्रमिक अनशन जारी रहा। धरने पर बड़ी संख्या में तीर्थ पुरोहित बैठे रहे।