देहरादून। उत्तराखंड में अब तक 1227 बच्चे बेसहारा हुए हैं। जिनमें 638 लड़के और 589 लड़कियां शामिल हैं। खास बात यह है इनमें से 1159 सिंगल पैरेंट्स तथा 68 ORPHAN शामिल हैं।
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास के सचिव हरिचंद्र सेमवाल ने बताया कि बेसहारा हुए बच्चों को लेकर सरकार योजना बना चुकी है। इस पर काम शुरू कर दिया गया है। सेमवाल ने कहा कि जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि रणनीति बनाकर काम करें ताकि कोई भी बेसहारा बच्चा नहीं छूटे। सभी का पंजीकरण अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि इस तरह के सभी बच्चों को सरकार सहारा देगी।