पटना । कोरोना ने पुरे बिहार में तबाही मचा कर रखी है लेकिन बिहार में लॉकडाउन के बाद से कोरोना के मामलो में पहले के मुकाबले काफी हद तक कमी आई है। वहीं बिहार में तेजी से मिले ब्लैक फंगस ने सरकार की नींद ही उड़ा दी है।
राज्य में बीते दिनों में 2 दर्जनों से ज्यादा ब्लैक फंगस के केस आये हैं। सभी मरीजों का इलाज आईजीआईएमएस और एम्स के अलावे निजी संस्थानों में किया जा रहा हैं । इस बीमारी के इलाज के लिए जरूरी इंजेक्शन की कमी होने के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा ब्लैक फंगस से बचाव हेतु विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए लिपोसोमल एंफोटेरिसीन- बी इंजेक्शन के छह हजार डोज उपलब्ध कराए हैं।
शुगर, ब्लड प्रेशर और किडनी से ग्रसित मरीजों में ज्यादा खतरा
कोविड संक्रमण से ठीक होने के बाद खासकर शुगर, ब्लड प्रेशर और किडनी की बीमारी से ग्रसित मरीजों में ज्यादा यह बीमारी पकड़ रहा हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या काफी बढ़ेगी। ऐसा इसलिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में एक जागरूकता की कमी और दूसरा व्यक्तिगत हाइजीन या साफ-सफाई को लेकर लोग गंभीर नहीं हैं।