भारत ने 92 दिनों में 12 करोड़ लोगों को लगी वैक्सीन : स्वास्थ्य मंत्रालय

नई दिल्ली : देश में संक्रमण का दो लाख का आंकड़ा टच करने के तीन दिन बाद ही 2.5 लाख का आंकड़ा भी पार हो गया है. पिछले 24 घंटों में 1,501 लोगों की कोरोना संक्रमण के चलते जान गई है। देश में 2 लाख 61 हजार से ज्यादा कोरोना के मामले दर्ज किए गए हैं, जो पिछले दिन के 2.34 लाख के मुकाबले करीब 11.5% ज्यादा हैं। इस बीच स्वास्थ्य सेवाओं में कमी को लेकर बहस खड़ी हो गई है। खबरें आ रही हैं कि मरीजों को अस्पतालों में बिस्तर नहीं है।

ऑक्सीजन और रेमडेसिविर की कमी जैसी कई बातें सामने आईं। ऐसे में सरकार ने दो बड़ी बातें कही हैं। सरकार ने पहले ऑक्सीजन प्लांट और पूरे हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर बड़ी घोषणाएं की हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य  मंत्रालय ने ट्वीट करके कहा कि कुल मिलाकर 162 प्रेशर स्विंग एड्जॉर्पशन ऑक्सीजन प्लांट को केंद्र की तरफ से स्वीकृति मिली है। मंत्रालय के अनुसार, इससे मेडिकल ऑक्सीजन क्षमता 154.19 एमटी तक बढ़ जाएगी। जानकार बताते हैं कि कोविड-19 मरीजों के खून में ऑक्सीजन का स्तर कम देखा गया है। वे कहते हैं कि ऐसा एसिम्प्टोमैटिक मरीजों में भी नजर आ रहा है। ये हालात बताते हैं कि मरीज को खास ध्यान की जरूरत है।

इस ट्वीट में बताया गया ‘162 पीएसए में आने वाले 201.58 करोड़ रुपए का खर्च केंद्र सरकार उठाएगी. इसमें 7 साल का मेंटेनेंस भी शामिल है, जो 3 साल की वारंटी के बाद चौथे साल से शुरू हो जाएगा। सरकार की तरफ से एक अन्य पोस्ट में कहा गया है कि 162 में 33 प्लांट इंस्टॉल किए जा चुके हैं, जबकि 59 अप्रैल के अंत तक लग जाएंगे। मंत्रालय ने बताया ‘मई 2021 के अंत तक 80 इंस्टॉल हो जाएंगे।स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ‘भारत सरकार की तरफ से स्वीकृत किए गए 162 पीएसए प्लांट्स में से 33 पहले ही इंस्टॉल किए जा चुके हैं। 5 एमपी, 4 हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, गुजरात और उत्तराखंड में 3-3, बिहार, कर्नाटक और तमिलनाडु में 2-2 और आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, पुडुचेरी, पंजाब और उत्तर प्रदेश में 1-1 प्लांट इंस्टाल किया गया है।

मंत्रालय ने कहा है कि राज्य सरकार प्लांट्स के लगाए जाने से खुश हैं। मंत्रालय ने बताया कि केंद्र सरकार से 100 से ज्यादा अतिरिक्त प्लांट लगाने की अनुमति मांगी गई है। एक अन्य ट्वीट में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा, ‘कोविड-19 से लड़ने के लिए राज्यों को मुमकिन समर्थन बढ़ाया जा रहा है। हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने इस बात पर जोर दिया कि महामारी के खिलाफ मिलकर लड़ना ही एक मात्र रास्ता है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हम सिस्टम को सुधार करने के लिए तैयार हैं और लगातार कोशिश कर रहे हैं। डॉ. हर्षवर्धन ने आगे कहा कि हमें धैर्य और साहस के साथ काम लेना है। वहीं डॉक्टरों को संबोधित करते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि ड़ॉक्टर परिस्थिति के मुताबिक फैसला ले सकते हैं।

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