बंगाल के मकूचबिहार जिले के सितलकुची में हुई गोलीबारी को लेकर मुख्यमंत्री ममता ने सीआईएसएफ पर मतदाताओं पर गोलियां चलाने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री बनर्जी ने जनसभा को संबोधीत करते हुए कहा की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस बात का जवाब दे की राज्य विधानसभा के चौथे चरण के मतदान के दौरान कूचबिहार जिले के सीतलकूची में केंद्रीय बलों की गोलीबारी में लोगों की जानें क्यों गईं। उन्होंने दावा किया कि केंद्रीय बलों के अत्यातार को देखकर उन्हें काफी समय से ऐसा कुछ होने की आशंका थी।
मुख्यमंत्री ने कहा, इतने लोगों को मारने के बाद वे (निर्वाचन आयोग) कह रहे हैं कि आत्मरक्षा में गोलीबारी की गई। उन्हें शर्म आनी चाहिए यह एक झूठ है। सीआईएसएफ ने मतदान के लिए पंक्ति में खड़े लोगों पर गोलीबारी की और सीतलकूची में चार लोगों को मार दिया। मुझे इस बात की लंबे समय से आशंका थी कि बल इस प्रकार की कार्रवाई करेंगे. भाजपा जानती है कि उसने लोगों का जनाधार खो दिया है, इसलिए वह लोगों को मारने का षड्यंत्र रच रही है।
चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी के ओएसडी को हटाया
चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सुरक्षा में लापरवाही बरतने के आरोप में उनके विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) अशोक चक्रवर्ती को हटा दिया है। जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त सुश्री बनर्जी की सुरक्षा में गत 10 मार्च को नंदीग्राम में सुरक्षा में कोताही बरतने पर जांच के बाद श्री चक्रवर्ती को हटा दिया गया था। श्री चक्रवर्ती ने मुख्यमंत्री के निजी सुरक्षा अधिकारी(पीएसओ) के तौर पर 10 साल और 11 महीने तक अपनी सेवायें दीं। उन्हें पुलिस अधीक्षक का दर्जा प्राप्त था। सुश्री बनर्जी जब भी कोलकाता से बाहर कहीं भी जातीं तो श्री चक्रवर्ती हमेशा उनके साथ सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात रहते थे। सुश्री बनर्जी जब रेल मंत्री थीं तब भी वह उनके पीएसओ हुआ करते थे।