थिरूवल्ला: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आरोप लगाया कि केरल में सत्तारूढ़ एलडीएफ और विपक्षी यूडीएफ के बीच घोटालों में आगे निकालने की प्रतिस्पर्धा चल रही है और वे लोगों के कल्याण में दिलचस्पी नहीं रखते हैं, बल्कि सिर्फ ‘अपनी जेबें भरना’ चाहते हैं। सीतारमण ने सबरीमला के मुद्दे पर वाम दल की सरकार पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि भगवान अय्यप्पा के मंदिर में कुछ महिलाओं को गुप्त रूप से भेजने की कोशिश हुई जो भगवान की भक्त नहीं थीं। पथनमथिट्टा जिले के थिरुवल्ला में (जहां भगवान अय्यप्पा का मंदिर स्थित है) रोड शो करते हुए सीतरमण ने भक्तों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई की निंदा की। केरल की वाम सरकार ने उच्चतम न्यायालय के 2018 के फैसले को लागू करने का निर्णय किया जिसके बाद राज्य में भाजपा और दक्षिण पंथी कार्यकर्ताओं ने हिंसा की थी। उच्चतम न्यायालय ने अपने फैसले में सभी उम्र की महिलाओं को मंदिर में जाने की इजाजत दे दी थी। मंदिर में पारंपरिक रूप से 10-50 वर्ष उम्र वर्ग की महिलाओं के प्रवेश पर रोक है। भाजपा नेता ने कहा, “ पथनमथिट्टा स्वामी अय्यप्पा का पर्याय है। किस तरह की हिंसा थी।