विधानसभा का बजट सत्र पूर्व घोषित समयावधि से पहले शनिवार को अनिश्चितकाल के लिये स्थगित हो गया। सदन की कार्यवाही से पूर्व कांग्रेस सदस्य विधानसभा भवन के बाहर हाथों में गंगाजली लेकर कुम्भ के निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुये धरने पर बैठ गए। कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस विधायकों ने पीठ से कार्य स्थगन की मांग करते हुये नियम 310 के अंतर्गत, विभिन्न कार्यों में भ्रष्टाचार पर चर्चा का किया। पीठ ने इसे अस्वीकार करते हुए बजट पर चर्चा शुरू कराई। मात्र 30 मिनट के भोजनावकाश के बाद ढाई बजे पुन: बजट पर चर्चा हुई। विधानसभ अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने अपराह्न लगभग सवा तीन बजे सत्र अनिश्चितकाल के लिये स्थगित करने की घोषणा कर दी। उल्लेखनीय हैं कि पूर्व में बजट सत्र एक से दस मार्च तक करने की कार्य मंत्रणा समिति ने घोषणा की थी। तीन मार्च को पुन: समिति ने शनिवार और रविवार को भी सदन की कार्यवाही संचालित करने का निश्चय किया, जबकि अकस्मात इस शनिवार को ही स्थगित कर दिया गया।