हैदराबाद: भारत बायोटेक ने कहा कि वह चार टीका उत्पादन इकाइयों की स्थापना कर रही है जिनकी संयुक्त उत्पादन क्षमता 70 करोड़ खुराक प्रतिवर्ष होगी। भारत बायोटेक के कोविड-19 टीके ‘कोवैक्सीन’ को औषधि नियामक द्वारा आपात इस्तेमाल की अनुमति मिली है। भारत बायोटेक के चेयरमैन कृष्णा एल्ला ने इस आरोप से इनकार किया कि शहर में स्थित टीका निर्माता के पास कोवैक्सीन के आंकड़ों की कमी है। उन्होंने कहा कि पहले ही पर्याप्त आंकड़े सामने आ चुके हैं और यह इंटरनेट पर उपलब्ध हैं। सियासी विवाद पर भारत बायोटेक के एमडी ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा वैक्सीन का राजनीतिकरण किया जा रहा है, मैं यह स्पष्ट रूप से बताना चाहता हूं कि मेरे परिवार का कोई भी सदस्य किसी भी राजनीतिक दल से नहीं जुड़ा है।
भारत में क्लिनिकल ट्रायल नहीं कर रहे हैं:एमडी
एमडी कृष्णा एला ने कहा कि हम सिर्फ भारत में क्लिनिकल ट्रायल नहीं कर रहे हैं। हमने ब्रिटेन सहित 12 से अधिक देशों में क्लिनिकल ट्रायल किए हैं। हम पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश और अन्य देशों में क्लिनिकल ट्रायल कर रहे हैं। हम जितनी जल्दी हो सके वैक्सीन को रोल आउट करेंगे। बैचों को पहले ही कसौली सरकार की परीक्षण प्रयोगशाला में भेजा जा चुका है। जब पूछा गया कि क्या COVAXIN नए वायरस पर प्रभावी होगा’ तो कृष्णा एला कहा कि मुझे एक सप्ताह का समय दें, मैं आपको डेटा की पुष्टि करूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि शुरुआत में, टीका की लागत थोड़ी अधिक हो सकती है। जैसे-जैसे उत्पादन का पैमाना बढ़ता जाएगा, कीमत बाजार द्वारा नियंत्रित की जाएगी।