- नीतीश कुमार ने 15 महिने में 60 बड़े घोटाले किए
- अशोक चौधरी की पत्नी पर है बैंक से करोड़ों का घोटाले का आरोप
- -नीतीश कुमार ने चोर दरवाजे से बनाया सरकार
पटना : विधानसभा सत्र के बाद प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने विधानसभा परिसर में कहा कि अगर एक महीने के अंदर बिहार में 19 लाख बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिला तो हम सड़कों पर जन आंदोलन करेंगे। तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को भ्रष्टाचार का भीष्म पितामह बताते हुए कहा कि 15 साल में 60 बड़े घोटाले हुए हैं। भ्रष्टाचारियों का बचाव करना नीतीश कुमार की फितरत है।इसके अलावा नीतीश सरकार पर आरोप लगाते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि जदयू चोरी से सत्ता में आई है। बिहार में नीतीश कुमार का दल तीसरे नंबर पर पहुंच गया है। राजद सबसे बड़ी पार्टी हो गई है। उन्होंने कहा कि नीतीश कैबिनेट के दर्जनों मंत्री पर संगीन आरोप हैं। इसके अलावा जदयू के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री अशोक चौधरी पर ट्वीट के जरिये तंज कसा।उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष और मंत्री अशोक चौधरी की पत्नी पर बैंक से करोड़ों की धोखाधड़ी का आरोप है और सीबीआई जांच कर रही है, कोर्ट मे केस है। फिर भी अशोक चौधरी कहते हैं बीवी का भ्रष्टाचार नॉट ए बिग डील।इसके अलावा दूसरा ट्वीट करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव ने कहा कि मॉक पोल से जुड़े कागजात स्ट्रांग रूम में होने चाहिए थे मगर वो रास्ते में पड़े मिले। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को इस घटना की गहन जांच कर दोषियों को नौकरी से बर्खास्त करना चाहिए।तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह करार दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्होंने चोर दरवाजे से एक बार फिर सरकार बनाने का काम किया है।वो भीष्म पितामह भ्रष्टाचार के इसलिए हैं क्योंकि जितने भी गुनाहगार हैं और भ्रष्टाचारी हैं, उन्हें संरक्षण देना और बचाव करना उनकी पुरानी फ़ितरत रही है। यही नहीं, वह अब अधिकारियों ने चिट्ठी लिखकर बात कह रहे हैं। इसके अलावा तेजस्वी ने कहा कि नीतीश ने पहले भ्रष्टाचारी डॉ. मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाया और मामले के तूल पकड़ने के बाद उसे बदला गया। यही नहीं, नए शिक्षा मंत्री पर भी सवाल उठ रहे हैं, लेकिन इस पर नीतीश कुमार क्यों चुप हैं?तेजस्वी यादव ने कहा कि इस समय बिहार में तीसरे नंबर की पार्टी का मुख्यमंत्री है और ऐसा देश में शायद ही कभी हुआ होगा। आरजेडी आज सबसे बड़ी पार्टी है। साथ ही कहा कि पहले नीतीश कुमार कहते थे कि मेरे कारण आरजेडी को वोट मिला, लेकिन अब उनकी क्या स्थिति है यह सबको पता है।उल्लेखनीय है कि हाल में संपन्न बिहार विधानसभा के चुनाव में एनडीए गठबंधन को 125 सीटें हासिल हुई हैं। जबकि विपक्षी महागठबंधन को 110 सीटें मिली हैं। राजग में भाजपा को 74 सीटें, जेडीयू को 43, हम और वीआईपी को चार-चार सीटें मिली हैं। वहीं, महागठबंधन बहुमत से पीछे रह गया है। हालांकि आरजेडी इस चुनाव में 75 सीटें हासिल कर सबसे बड़ी पार्टी बनी है।