नई दिल्ली: गुरुवार को स्कॉर्पिन श्रेणी की पांचवीं पनडुब्बी ‘वागीर’ बंदरगाह परीक्षण के लिए समुद्र में उतार दी गई। रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुंबई के मझगांव डॉक पर परियोजना-75 की इस पनडुब्बी को लॉन्च किया। अब इसके बाद जल्द ही 6वीं और आखिरी पनडुब्बी वाग्शीर भी नौसेना को मिलने की उम्मीद है।
केंद्रीय आयुष और रक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीपद नाइक ने मुंबई के मझगांव डॉक पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अरब महासागर में परियोजना 75 की 5वीं स्कॉर्पिन श्रेणी की पनडुब्बी ‘वागीर’ लॉन्च की। भारत के पनडुब्बी कार्यक्रम को बढ़ावा देते हुए पोत निर्माण इकाई मझगांव डॉक लिमिटेड (एमडीएल) ने इन पनडुब्बियों का निर्माण पूरी तरह से ‘मेक इन इंडिया’ के तहत किया है। भारत के इस पनडुब्बी कार्यक्रम से लगातार भारतीय नौसेना की समुद्री ताकत को मजबूती मिल रही है। समारोह में शामिल रक्षा राज्य मंत्री की पत्नी विजया श्रीपद नाइक ने नौसेना की परंपराओं के अनुसार पनडुब्बी को ‘वागीर’ नाम दिया। नौसेना प्रवक्ता के अनुसार इस समारोह में नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी, मुख्यालय रक्षा मंत्रालय (नौसेना), मुख्यालय पश्चिमी नौसेना कमान और नौसेना समूह, फ्रांस के अधिकारी शामिल हुए। प्रोजेक्ट-75 की पहली दो पनडुब्बियों को नौसेना में शामिल किया गया है। तीसरी और चौथी पनडुब्बियां अपने अंतिम परीक्षण में हैं। आज लांचिंग के बाद पनडुब्बी ‘वागीर’ के बंदरगाह ट्रायल्स शुरू हो जायेंगे। भारतीय नौसेना जनवरी 2017 में सबमरीन ऑपरेशंस के 50वें साल को गोल्डन जुबली के तौर पर मनाया था। इसी खास मौके पर भारतीय नौसेना ने भारत की सबसे घातक स्कॉर्पिन श्रेणी की पनडुब्बी आईएनएस कलावरी का फुटेज जारी किया था।