धरने पर बैठी महिला को कार ने मारी टक्कर

 

हरियाणा: ससुरालीजनों के खिलाफ संतोषजनक कार्रवाई न होने के रोष स्वरूप जींद एसएसपी कार्यालय के बाहर धरना दे रही महिला शुक्रवार को भी डटी रही। दोपहर को एक कार ने महिला को टक्कर मार घायल कर दिया। जिस पर महिला को तुरंत प्रभाव से उपचार के लिए नागरिक अस्पताल में भरती करवाया गया है। घटना से गुस्साए सामाजिक संगठनों के कार्यकतार्ओं ने पुलिस कार्यशैली के खिलाफ नारेबाजी की। फिलहाल महिला नागरिक अस्पताल में उपचाराधीन है और न्याय की गुहार लगा रही है।
गौरतलब है कि जुलाना थाना क्षेत्र की एक महिला दिल्ली में मौजूद अपनी सुसरालीजनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर गत 19 अक्टूबर को एससएसपी कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठी थी। तब पुलिसकर्मियों द्वारा जबरन उसे उठाया गया था। महिला ने आरोप भी लगाए थे कि उसके साथ अभद्र व्यवहार किया गया है और यहां तक कि उसके कपड़े भी फट गए हैं। तब डीएसपी पुष्पा खत्री द्वारा महिला को मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दे धरने से उठवा दिया था। महिला का आरोप है कि उसकी शादी दिल्ली में हुई है। उसकी शिकायत पर नौ ससुरालीजनों के खिलाफ 19 जून को दहेज उत्पीड?, मारपीट करने, छेड़छाड़ करने का मामला भी दिल्ली में दर्ज है। जबकि बाद में महिला ने महिला थाना में नौ ससुरालीजनों के खिलाफ दहेज उत्पीड? के साथ सामूहिक दुष्कर्म, मारपीट करने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करवाया था। पुलिस ने इस मामले में उसके पति कुनालकांत, ससुर रजनीकांत तथा सास सुनीता को गिरफ्तार कर लिया है। अब महिला आरोप लगा रही है कि पुलिस आरोपितों से मिली हुई है और केवल दहेज उत्पीड? की धाराएं लगाकर तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म भी हुआ है। महिला ने ससुरालीजनों को अपराधिक प्रवृति का बताया और खुद की हत्या की आशंका भी जताई। शुक्रवार को भी जब महिला धरने पर बैठी हुई थी तो एक कार ने उसे टक्कर मार दी। जिसमें वह घायल हो गई। महिला को उपचार के लिए नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
डीएसपी पुष्पा खत्री ने बताया कि महिला ने ससुरालीजनों के खिलाफ दिल्ली में मारपीट, छेड़छाड़ समेत विभिन्न धाराओं के तहत मुकद्दमा दर्ज है। मामले की जांच दिल्ली पुलिस द्वारा की जा रही है।

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