Browsing Category

संपादकीय

पर्यावरण के अनुकूल हो विकास

हिमालयी क्षेत्र में विकास के नाम पर हो रही विनिर्माण गतिविधियों, हाइड्रो पावर प्रोजेक्टस, लंबे चौड़े राजमार्गों के निर्माण, पहाड़ों के अवैध खनन और जंगलों की कटाई, टूरिज्म और अत्यधिक धार्मिक टूरिज्म  की होड़ ने समूचे हिमालय के इकोसिस्टम को बुरी तरह प्रभावित किया है.. धर्मपाल धनखड़ हिमालयी राज्यों…
Read More...

वार में वो धार नहीं

रणविजय सिंह बागेश्वर उप चुनाव (Bageshwar by-election) में क्या होगा। इससे दोनों ही राजनीतिक पार्टियों के नेता वाकिफ हैं। राजनीति में तो हार जीत लगा ही रहता है। प्लस-माइनस के बिना कहीं की भी राजनीति नहीं चलती है। उत्तराखंड (Uttarakhand ) में बागेश्वर उप चुनाव होने को हैं। भाजपा (BJP) ने दिवंगत…
Read More...

अब 2024 पर नजर

रणविजय सिंह लोकसभा चुनाव (Lok Sabha elections)  वर्ष 2024 के शुरू  में होंगे। भाजपा और कांग्रेस  दोनों ही देश की राष्ट्रीय पार्टियां हैं और दोनों आगामी लोकसभा चुनाव(Lok Sabha elections) की तैयारियों में जुट गई हैं। चुनाव परिणाम क्या होंगे। अभी इस पर टिप्पणी करना काफी जल्दीबाजी होगी। हां, इतना…
Read More...

संसद में खत्म हो गतिरोध

संसद चलाने की जितनी जिम्मेदारी सत्ता पक्ष की है, उतनी ही प्रतिपक्ष की। लेकिन अनावश्यक हठधर्मिता के चलते देश की जनता ने जिस काम के लिए सांसदों को चुना है, वो ही नहीं हो रहा है। प्रतिपक्ष के शोर-शराबे के बीच तमाम जरूरी विधेयक बिना चर्चा के पास किये जा रहे हैं। इस सत्र में मणिपुर के संवेदनशील मसले पर…
Read More...

छठे साल में चाणक्य मंत्र की एंट्री

रणविजय सिंह आपकी प्रिय पत्रिका "चाणक्य मंत्र" ने 5 साल का पूरा सफर पूरा कर लिया है। अब यह पत्रिका छठवें साल में एंट्री कर चुकी है। अतीत में जाने के बजाय हमें भविष्य की बात करनी चाहिए। हां, अतीत को कम शब्दों में समेटना ही बेहतर होगा क्योंकि पत्रिका के समक्ष सुनहरा भविष्य दिखाई पड़ रहा है। इतना…
Read More...

कांग्रेस में तेज होती गुटबाजी

राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो गुटबाजी के पीछे वर्तमान कांग्रेस के प्रभारी देवेंद्र यादव कहीं न कहीं खड़े होते जरूर दिखाई पड़ते हैं। बीते विधान सभा चुनाव में उन्होंने यदि ईमानदार भूमिका निभाई होती तो आज कांग्रेस उत्तराखंड की सत्ता पर काबिज होती या फिर विपक्ष में भी होती तो कांग्रेस काफी सशक्त स्थिति…
Read More...

जीत का आधार: फ्री की योजनाएं, जहरीला प्रचार

धर्मपाल धनखड़ कर्नाटक में चुनावी जंग रोचक दौर में पहुंच गयी है। तमाम पार्टियों के महारथी पूरी ताकत के साथ जुटे हुए हैं। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्यों और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों व अन्य नेताओं की भारी-भरकम फौज के साथ प्रचार…
Read More...

जोशीमठ आपदा : वैज्ञानिक सुझावों की हुई अनदेखी!  

आपदा हो या भूकंप, इससे बचा नहीं जा सकता। लेकिन इससे बचाव और राहत कैसे मिले, इस दिशा में भी काम करना होगा। हां, यह भी जरूरी है कि आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विभाग को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनाया जाना चाहिए! क्योंकि इससे नुकसान होगा। आपदा प्रबंधन को सशक्त कैसे बनाया जाए। इस पर गौर करने की जरूरत है...…
Read More...

विशेष रिपोर्ट : कब रुकेगा युद्ध?

दुनिया में आर्थिक मंदी बढ़ाने में रूस-यूक्रेन युद्ध की भूमिका अहम विश्व बैंक की नजर में मौजूदा साल दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं के लिए सबसे मुश्किल भरा आलोक भदौरिया, नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन युद्ध को कोई एक साल पूरे होने वाले हैं। इसके खत्म होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। लेकिन, इसके…
Read More...

सत्ता का अमृत काल

धर्मपाल धनखड़ बीता साल 2022 राजनीतिक वादों मामले में बहुत महत्वपूर्ण रहा। आजादी के 75वें साल को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने देशवासियों को बड़े-बड़े सपने दिखाए थे। ऐसा दिखाया गया मानो 2022 खत्म होने तक देश में कोई समस्या नहीं बचेगी। पूरी तरह एक नया भारत होगा और वह विश्व…
Read More...