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विचार

अब 2024 पर नजर

रणविजय सिंह लोकसभा चुनाव (Lok Sabha elections)  वर्ष 2024 के शुरू  में होंगे। भाजपा और कांग्रेस  दोनों ही देश की राष्ट्रीय पार्टियां हैं और दोनों आगामी लोकसभा चुनाव(Lok Sabha elections) की तैयारियों में जुट गई हैं। चुनाव परिणाम क्या होंगे। अभी इस पर टिप्पणी करना काफी जल्दीबाजी होगी। हां, इतना…
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संसद में खत्म हो गतिरोध

संसद चलाने की जितनी जिम्मेदारी सत्ता पक्ष की है, उतनी ही प्रतिपक्ष की। लेकिन अनावश्यक हठधर्मिता के चलते देश की जनता ने जिस काम के लिए सांसदों को चुना है, वो ही नहीं हो रहा है। प्रतिपक्ष के शोर-शराबे के बीच तमाम जरूरी विधेयक बिना चर्चा के पास किये जा रहे हैं। इस सत्र में मणिपुर के संवेदनशील मसले पर…
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छठे साल में चाणक्य मंत्र की एंट्री

रणविजय सिंह आपकी प्रिय पत्रिका "चाणक्य मंत्र" ने 5 साल का पूरा सफर पूरा कर लिया है। अब यह पत्रिका छठवें साल में एंट्री कर चुकी है। अतीत में जाने के बजाय हमें भविष्य की बात करनी चाहिए। हां, अतीत को कम शब्दों में समेटना ही बेहतर होगा क्योंकि पत्रिका के समक्ष सुनहरा भविष्य दिखाई पड़ रहा है। इतना…
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तो लागू होगा राष्ट्रपति शासन!

मुख्यमंत्री स्वयं तेजी से बदलते घटनाक्रम को समझ से परे बता रहे राज्यपाल ने महिलाओं को सेना के अभियान में खलल न डालने की हिदायत ही दिल्ली में राहुल की यात्रा पर नाराजगी, वहीं मणिपुर भाजपा अध्यक्ष ए. शारदा देवी ने सराहा ममता सिंह, पूर्वोत्तर मामलों की जानकार मणिपुर में जिस तरह से…
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अरे! प्रजा धर्म भूल गये

रह-रह कर हूक उठी कि किसी से पूछ लूं कि मैं उन्हें जिंदा दिखाई पड़ रहा हूं क्या? सहमते-सहमते मैंने एक युवा से पूछ लिया। इस पर उसने अजनबी निगाह से देखा। बोला, कहां-कहां से आ जाते हैं, कार्टून। इन्हें अपने होने पर ही शक है। फिर...मैंने मन ही मन हिसाब लगाया कि वे 1950 में अवतरित हुए थे। इस तरह तो वे 96…
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विपक्ष की तेज घेराबंदी

‘राष्ट्रवाद’ पर दांव लगाने को तैयार टीम मोदी! कर्नाटक हार ने पूरे संघ परिवार के नेतृत्व को किया बेचैन वीरेंद्र सेंगर नई दिल्ली।भाजपा का शीर्ष नेतृत्व बेचैनी में है। इधर, लगातार कई स्तरों पर मंत्रणाओं का दौर तेज हो गया है। इस साल अभी पांच राज्यों के चुनाव की चुनौती है। कर्नाटक में तमाम कोशिशों…
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अरे! प्रजा धर्म भूल गये

रह-रह कर हूक उठी कि किसी से पूछ लूं कि मैं उन्हें जिंदा दिखाई पड़ रहा हूं क्या? सहमते-सहमते मैंने एक युवा से पूछ लिया। इस पर उसने अजनबी निगाह से देखा। बोला, कहां-कहां से आ जाते हैं, कार्टून। इन्हें अपने होने पर ही शक है। फिर...मैंने मन ही मन हिसाब लगाया कि वे 1950 में अवतरित हुए थे। इस तरह तो वे 96…
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कांग्रेस में तेज होती गुटबाजी

राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो गुटबाजी के पीछे वर्तमान कांग्रेस के प्रभारी देवेंद्र यादव कहीं न कहीं खड़े होते जरूर दिखाई पड़ते हैं। बीते विधान सभा चुनाव में उन्होंने यदि ईमानदार भूमिका निभाई होती तो आज कांग्रेस उत्तराखंड की सत्ता पर काबिज होती या फिर विपक्ष में भी होती तो कांग्रेस काफी सशक्त स्थिति…
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जीत का आधार: फ्री की योजनाएं, जहरीला प्रचार

धर्मपाल धनखड़ कर्नाटक में चुनावी जंग रोचक दौर में पहुंच गयी है। तमाम पार्टियों के महारथी पूरी ताकत के साथ जुटे हुए हैं। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्यों और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों व अन्य नेताओं की भारी-भरकम फौज के साथ प्रचार…
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किसानों की आय बढ़ाने पर फोकस

दूरस्थ क्षेत्रों के औद्यानिक उत्पादों को उचित बाजार उपलब्ध कराएगी सरकार स्टेट मिलेट मिशन के तहत श्री अन्न यानी मोटे अनाज को बढ़ावा देने की योजना   चाणक्य मंत्र ब्यूरो, देहरादून। धामी सरकार के पहले पूर्णकालिक बजट में खेती, किसानी ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य और पर्यटन पर विशेष जोर दिया गया है। वित्तीय…
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