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विचार

चाणक्य मंत्र की भविष्यवाणी निकली सटीक

अमरेंद्र राय बिहार में बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन अंततः टूट गया। इस बात की आशंका हमने चाणक्य मंत्र के 1 से 15 जुलाई वाले अंक में व्यक्त की थी। तब महाराष्ट्र में बीजेपी ने शिवसेना पर झपट्टा मार दिया था। तभी मैंने बिहार पर लिखते हुए कहा था कि अभी आप महाराष्ट्र की फिल्म देखिए जल्दी ही बिहार की…
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भगवा राजनीति के महानायक बने हिमंता

महाराष्ट्र जैसे राज्य में तख्तापलट के असली सूत्रधार साबित हुए समूचे पूर्वोत्तर में भाजपा के निर्विवाद मुखिया होने के साथ केंद्र में भी कद बढ़ा सत्यनारायण मि़श्रा गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा महाराष्ट्र में सबसे जटिल माने जाने वाले सफल तख्तापलट के असली सूत्रधार साबित…
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पंचायत और निकाय चुनाव : भाजपा और कांग्रेस प्रतिनिधियों ने झोंकी ताकत

इन चुनावों को विस और लोस चुनावों के लिए टिकट वितरण का पैमाना माना जा रहा दोनों पार्टियों ने अपने सांसद-विधायकों को किया मोर्चे पर तैनात राकेश प्रजापति  भोपाल। प्रदेश में हो रहे पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव को आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए टिकट वितरण का पैमाना माना जा रहा है।…
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जाति जनगणना का प्रश्न

चाणक्य मंत्र ब्यूरो देहरादून। बिहार में जातिवार जनगणना का रास्ता साफ हो गया है लेकिन सवाल यह है कि क्या यह एक राज्य तक सीमित रहेगा। बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र में भी विधानसभा पिछले साल जातिवार जनगणना के पक्ष में प्रस्ताव पारित कर चुकी है। उधर, तमिलनाडु की सरकार भी केंद्र से जातिवार जनगणना…
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भाजपा में भी सुलग रही चिंगारी

ममता सिंह उत्तराखण्ड में भाजपा की भले ही सरकार बन गई हो लेकिन अब भी सब कुछ सामान्य नहीं दिख रहा। चुनाव परिणाम आने से पहले ही कई भाजपा उम्मीदवारों ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर भितरघात का आरोप भी लगाया और बाद में पार्टी ने बकायदा इसकी पड़ताल भी कराई। महत्वपूर्ण बात यह है कि भितरघात की पड़ताल कर रही…
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तो ऐसे मजबूत होगी कांग्रेस!

यह सर्वविदित है कि कांग्रेस में अब भी गुटबाजी चरम पर है। यदि वाकई गुटबाजी में कमी आई होती तो कांग्रेस का बीते विधानसभा चुनाव में प्रदर्शन इतना खराब नहीं होता जितना आज दिख रहा है। खैर, कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने प्रदेश कांग्रेस में जो भी बदलाव किया है, वह काफी सोच समझकर किया है। रणविजय सिंह…
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सांप्रदायिकता का कलंक!

आज देश में सांप्रदायिक समरसता, परस्पर सद्भाव की महत्ती जरूरत है। सरकार को चुनावी लाभ-हानि के तुच्छ गणित से ऊपर उठकर सांप्रदायिकता का जहर फैलाने वाले तथाकथित धार्मिक संगठनों के खिलाफ बिना किसी भेदभाव के कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। यदि सांप्रदायिकता के जहरीले नागों के फन जल्द नहीं कुचले गये तो ये देश के…
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दिगंबर काल!

लाख घृणा के बावजूद यत्र-तत्र हिटलरी मानसिकता जिंदा है। वह कभी यूक्रेन जैसे देशों में नरसंहार कराती है तो कहीं धर्म और नस्ल भेद के नाम पर बजबजाते नये-नये नर्क गढ़ती है। वहीं, ईश्वर और संस्कृति के नाम पर गैर इंसानी रवायतें गढ़ती हैं, तो कहीं विश्व गुरु बनने की सनक पैदा करती है... वीरेंद्र सेंगर समय…
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केजरी की बड़ी तैयारी

कांग्रेस से कहीं अधिक भाजपा के लिए खतरे की घंटी 2024 के चुनाव के मद्देनजर कारगर रणनीति बनाकर काम करने की दरकार कृति सिंह नई दिल्ली।आखिर पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपना जलवा कायम रखा। अब कोई कितना भी विश्लेषण क्यों न करे, कितना ही आरोप-प्रत्यारोप क्यों न लगाए, जीत तो जीत…
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सियासी भंवर में फंसी कांग्रेस

जोर लगाने के बावजूद संक्रमण काल से उबर नहीं पा रही पार्टी पार्टी के अंदर स्यापा, विद्रोह, शोक काल का माहौल वीरेंद्र सेंगर नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी राष्ट्रीय विपक्षी पार्टी कांग्रेस पूरा जोर लगाने के बावजूद संक्रमण काल से उबर नहीं पा रही है। वह बार-बार सियासी भंवर में गोता लगाने लगती…
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