पटना। बिहार की राजनीति में आज एक ऐतिहासिक क्षण दर्ज हुआ, जब जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान में रिकॉर्ड 10वीं बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। सुबह 11:30 बजे शुरू हुए शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित केंद्र सरकार के कई मंत्री और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद रहे।
नीतीश कुमार के साथ 25 मंत्रियों ने भी शपथ ली। इस बार के मंत्रिमंडल में एनडीए घटक दलों को संतुलित प्रतिनिधित्व दिया गया है। भाजपा के सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा को उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मंत्रिमंडल में शामिल प्रमुख चेहरे
भाजपा कोटे से:
सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, मंगल पांडेय, डॉ. दिलीप जायसवाल, नितिन नबीन, रामकृपाल यादव, संजय सिंह ‘टाइगर’, अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, रमा निषाद, लखेंद्र पासवान, श्रेयसी सिंह, डॉ. प्रमोद कुमार चंद्रवंशी।
जदयू कोटे से:
विजय कुमार चौधरी, श्रवण कुमार, विजेंद्र यादव, अशोक चौधरी, लेसी सिंह, जमा खान, मदन सहनी।
अन्य दलों से:
संजय कुमार (पासवान) — LJP
संजय सिंह — LJP
संतोष सुमन — HAM
दीपक प्रकाश — RML
शपथ ग्रहण में पहुंचे 15 राज्यों के मुख्यमंत्री
उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ, आंध्र प्रदेश के चंद्रबाबू नायडू, उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी, राजस्थान के भजनलाल शर्मा, महाराष्ट्र के देवेंद्र फडणवीस सहित 15 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने समारोह में शिरकत की। इससे नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की मजबूती का स्पष्ट संदेश दिया गया।
नीतीश कुमार: अभूतपूर्व 10वीं पारी
74 वर्षीय नीतीश कुमार पहली बार वर्ष 2000 में मुख्यमंत्री बने थे, हालांकि उनकी सरकार मात्र आठ दिनों में गिर गई थी। 2005 से 2014 तक उन्होंने लगातार बिहार का नेतृत्व किया। 2014 में लोकसभा चुनाव के बाद इस्तीफा देने के बावजूद वे जल्द ही फिर सत्ता में लौट आए। जनवरी 2024 में उन्होंने एनडीए में वापसी कर दोबारा शपथ ली थी। अब 2025 में वे फिर से राज्य की कमान संभाल चुके हैं।
नेताओं की प्रतिक्रियाएँ
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि आगामी वर्षों में “बिहार विकसित भारत का विकास इंजन बनेगा”।
वहीं जदयू नेता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में गठित यह सरकार अगले पांच वर्षों में बिहार को “देश के टॉप 10 विकसित राज्यों” की सूची में लाने का लक्ष्य रखती है।