लश्कर का संस्थापक सदस्य गिन रहा अपनी आखरी सांसें

नई दिल्ली। पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के सह-संस्थापक आमिर हमजा रहस्यमय परिस्थितियों में गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें आईएसआई की भारी सुरक्षा के तहत लाहौर के अस्पताल में भर्ती कराया गया।

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार लश्कर की पत्रिकाओं के 66 वर्षीय संपादक अपने घर पर गंभीर रूप से घायल हो गए और अब उनका इलाज आईएसआई सुरक्षा के तहत लाहौर के एक सैन्य अस्पताल में चल रहा है। यह घटना लश्कर के एक वरिष्ठ सदस्य और प्रमुख भर्तीकर्ता अबू सैफुल्लाह की पाकिस्तान में अज्ञात हमलावरों द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के ठीक तीन दिन बाद हुई।

इधर लश्कर समर्थकों से जुड़े टेलीग्राम चैनलों ने मंगलवार शाम को कहा कि सदस्यों को “संकट” के दौरान मजबूत बने रहना चाहिए साथ ही इस घटना महज एक “दुर्घटना” करार दिया।

हमजा, भारत का प्रमुख दुश्मन और आतंकी हाफिज सईद का करीबी

वह साल 2000 के आसपास भारत में काफी सक्रिय था और 2005 में उसने बैंगलोर के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस पर हमले की साजिश रची थी। हमजा को हाफिज सईद का नजदीकी सहयोगी माना जाता है। विशेष रूप से, 2012 में अमेरिका ने उसे वैश्विक आतंकी घोषित किया था। वह मूल रूप से पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गुजरांवाला का निवासी है।

ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकियों में फैला दी दहशत

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, जिसमें पाकिस्तान और पीओके में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया। इस कार्रवाई में कई आतंकी मारे गए। जवाब में पाकिस्तानी सेना सक्रिय हो गई और उसने भारत के कई शहरों पर हमले की कोशिश की। भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया। वर्तमान में दोनों देशों के बीच सीजफायर पर सहमति बन गई है, लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अब भी बरकरार है।

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