मुंबई। वसई-विरार शहर महानगरपालिका की बढ़ती आबादी और सड़कों पर लगातार बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए शहर में नई यातायात व्यवस्था की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। हाल ही में, वसई-विरार शहर महानगरपालिका के विभिन्न क्षेत्रों में 7 फ्लाईओवर बनाने का रास्ता साफ हो गया है, और जल्द ही इन फ्लाईओवरों के काम में तेजी आने की उम्मीद है। इन कार्यों को मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) से प्रशासनिक मंजूरी मिल गई है और यह समस्या जल्द ही सुलझने वाली है। इसके लिए 2000 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है।
वसई विरार महानगरपालिका क्षेत्र में विरार, नालासोपारा, वसई और नायगांव जैसे पश्चिम रेलवे के तीन प्रमुख स्टेशन हैं, लेकिन पूर्व-पश्चिम को जोड़ने वाले फ्लाईओवरों की कमी के कारण यातायात पर दबाव बढ़ रहा था। जिन स्थानों पर शाम के समय अधिक ट्रैफिक जाम होता था, वहां फ्लाईओवर बनाने के लिए स्थानों का चयन किया गया है, जिससे यातायात को सुगम बनाने में मदद मिलेगी। वसई विरार शहर की आबादी लगातार बढ़ रही है, जिसके चलते वर्तमान यातायात व्यवस्था अपर्याप्त साबित हो रही थी और नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। वसई के विधायक हितेंद्र ठाकुर ने वसई-विरार क्षेत्र में ट्रैफिक जाम और लगातार बढ़ते वाहनों की समस्या को गंभीरता से लिया और इस मामले में सरकार से समय-समय पर संपर्क करते रहे।
परिणामस्वरूप अब वसई विरार शहर में यातायात सुगम होगा और इससे समय और ईंधन की बचत भी होगी। इसके साथ ही शहर की आंतरिक यातायात प्रणाली में सुधार होगा और विकास को गति मिलेगी। मंजूर किए गए फ्लाईओवर में रेंज ऑफिस, गोखिवरे, वसई (पूर्व), चंदननाका जंक्शन, नालासोपारा (पूर्व), बोलींज खारोडी नाका से साइंस गार्डन, (विरार पूर्व), मनवेलपाडा नाका से फुलपाडा जंक्शन, (विरार पूर्व), माणिकपुर से बाभोला नाका, वसई (पश्चिम), वसंत नगरी से एवरशाइन, गोखिवरे वसई रोड पूर्व और नारिंगी (साईनाथ नगर), विरार का समावेश है।