डॉ रवि शरण दीक्षित
लगभग पिछले 100 वर्षों में मीडिया और सिनेमा हमारी सामाजिक व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है lये हमें मनोरंजन प्रदान करते हैं, हमें जानकारी देते हैं, और हमारे विचारों को आकार देते हैं। लेकिन इसका नकारात्मक प्रभाव समाज पर अब दिखने लगा हैl
मीडिया और सिनेमा का सांस्कृतिक आक्रमण
मीडिया और सिनेमा हमारी संस्कृति पर प्रभाव निम्नवत दृष्टि दृष्टिगोचर होते हैं l
1. पश्चिमी संस्कृति का प्रभाव: मीडिया और सिनेमा अक्सर पश्चिमी संस्कृति के मूल्यों और विश्वासों को बढ़ावा देते हैं, जो हमारी संस्कृति के मूल्यों के विरुद्ध जाते हैं विशेष कर परिवार के मूल्यों को लेकर अगर हम इसका आकलन करते हैं तो भारतीय परिवार की संरचना बहुत बेहतर है, जबकि पश्चिमी परिवार की संरचना पर अब कई प्रश्न आ रहे हैंl
2. सांस्कृतिक विविधता की कमी: मीडिया और सिनेमा अक्सर ऐसी संस्कृति को प्रदर्शित करते हैं, जिससे सांस्कृतिक विविधता कम होती है, और विदेशों में जाने और घूमने के महत्व को प्रदर्शित किया जाता है, जब कि भारतीय संस्कृति और भारतीय पर्यटन और भारतीय स्थान पूरे विश्व में अद्भुत है l
3. नकारात्मक चित्रण: मीडिया और सिनेमा अक्सर हमारी संस्कृति को नकारात्मक रूप में चित्रित करते हैं, अभी कुछ समय पूर्वी एक विमान अपहरण पर आई पिक्चर में अपहरण कर्ता के नाम हिंदू बताए गए, बाद में आपत्ति होने पर मूल नाम बताए गए l जिससे हमारी संस्कृति की छवि खराब होती है।यह एक बड़ा प्रश्न भी खड़ा होता है, जिस सहजता से हिंदू देवता देवी देवताओं का चित्रण सिनेमा में कर दिया जाता है, क्या यह और किसी धर्म पर लागू कर पाएंगे?
4. सांस्कृतिक पहचान का नुकसान: मीडिया और सिनेमा अक्सर हमारी सांस्कृतिक पहचान को नुकसान पहुंचाते हैं, उदाहरण के तौर पर सोशल मीडिया के प्रचार में पिज़्ज़ा, बर्गर,चाऊमीन कोल्ड ड्रिंक जैसे खाद्य पदार्थों को एक स्टेटस सिंबल बना दिया हैं, हालांकि शरीर को वह कितना नुकसान करते हैं यह उम्र के साथ समझ में आता है lलिविंग प्लैनेट रिपोर्ट 2024 में भारत की मूल भोजन प्रवृत्ति को मूलत दुनिया की किसी भी हिस्से की भोजन प्रवृत्ति से बेहतर बताया गया है l साथ ही साथ जो भारतीय संस्कृति की विरासत में मिलेट्स का प्रयोग किया जाता था, वर्तमान में इसके प्रति जागरूकता आ रही है, रिपोर्ट यह बताती है कि कि भविष्य में इसका अगर हम प्रयोग करते रहेंगे, तो पर्यावरण को भी नुकसान होने से बचा पाएंगे l
मीडिया और सिनेमा का सांस्कृतिक आक्रमण एक गंभीर मुद्दा है। हमें अपनी संस्कृति की रक्षा करने के लिए जागरूक रहना होगा और मीडिया और सिनेमा के प्रभाव को समझना होगा। हमें अपनी संस्कृति को बढ़ावा देने वाले मीडिया और सिनेमा का समर्थन करना होगा और नकारात्मक चित्रण के खिलाफ आवाज उठानी होगी।