नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और कांग्रेस के गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बहुमत हासिल किया है। वहीं भाजपा ने हरियाणा में सत्ता विरोधी लहर को लेकर राजनीतिक पंडितों के अनुमानों को धता बताते हुए लगातार तीसरी बार जीत हासिल की है।
चुनाव आयोग के अनुसार जम्मू-कश्मीर की 90 सदस्यीय विधानसभा के चुनावी नतीजों में एनसी को 42, भाजपा को 29, कांग्रेस को 06, पीपल डेमोक्रेटिक पार्टी 03, जम्मू-कश्मीर पीपल कॉन्फ्रेंस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और आम आदमी पार्टी को एक-एक सीटें मिली हैं जबकि सात सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीती हैं। राज्य में सरकार बनाने के लिए 46 का आंकड़ा चाहिए। एनसी और कांग्रेस के गठबंधन को कुल 48 सीटें मिली हैं। राज्य में 10 साल बाद हुए चुनाव में एनसी-कांग्रेस गठबंधन की सरकार बननी तय मानी जा रही है।
दूसरी ओर हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे पूरी तरह से अप्रत्याशित रहे। तमाम एग्जिट पोल और एंटी इनकंबेंसी के दावों को धता बताते हुए इस बार भी भाजपा राज्य में सरकार बनाने जा रही है। भाजपा को 90 सदस्यीय विधानसभा में 48 सीटों पर जीत मिली हैं। कांग्रेस को 37, इंडियन नेशनल लोक दल को दो सीटें मिली हैं। तीन सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीती हैं। नतीजों से राज्य में भाजपा की सरकार बननी तय है।
जम्मू-कश्मीर में भाजपा को जम्मू क्षेत्र और एनसी को कश्मीर क्षेत्र में ज्यादा सीटें मिली हैं। मत प्रतिशत के हिसाब से भाजपा जम्मू-कश्मीर में सबसे ज्यादा वोट हासिल करने वाली पार्टी बनी है। भाजपा को 25.64 प्रतिशत वोट मिले हैं और उसके बाद एनसी को 23.43 प्रतिशत मत मिले हैं। कांग्रेस को यहां 11.97 प्रतिशत वोट मिले हैं। दूसरी ओर हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस का मत प्रतिशत का अंतर बहुत कम रहा है। भाजपा को 39.94 प्रतिशत और कांग्रेस को 39.09 प्रतिशत मत मिले हैं।